देवप्रयाग: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोरोना में केन्द्र से लेकर भाजपा शासित राज्य सरकारों द्वारा बेहतरीन कार्य करने का दावा कर रहे हैं। लेकिन चुनावी राज्य उत्तराखंड में वोट मांगने निकले देवप्रयाग भाजपा विधायक विनोद कंडारी को इसी मुद्दे पर खरी-खोटी सुनने और फिर जवाब देते नहीं बना तो उलटपांव भागने को मजबूर होना पड़ा है। ग्रामीणों द्वारा भाजपा विधायक कंडारी को सुनाई खरी-खोटी का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
बड़ा सवाल है कि आखिर पहली बार विधायक बने विनोद कंडारी को लेकर ग्रामीणों का यह रुख क्या संदेश दे रहा है? क्या अपने विधायकों को लेकर जनता में स्थानीय स्तर पर उभर रही इसी तरह की नाराजगी भाजपा नेतृत्व के पसीने छुड़ा रही है? क्या वाकई जिस तरह से वीडियो में भीड़ के बीच समर्थकों के साथ प्रचार करने पहुँचे विधायक कंडारी को जिस तरह से एक युवा कोरोना काल में लॉकडाउन में गायब रहने का आरोप लगा रहा उनमें सच्चाई है? क्या वाकई आज प्रचार के लिए गांव-गांव की ख़ाक छानते फिर रहे विधायक कंडारी लॉकडाउन में प्रवासियों की मदद नहीं कर पाए? क्या ऐसा नाराजगी की क़ीमत उनको चुनाव में चुकानी पड़ो सकती है?