कांग्रेस चुनाव समिति ने पीडीएफ के मंसूबों पर फेरा पानी !
देहरादून : पीडीएफ के किसी भी सदस्य के निर्दलीय चुनाव मैदान उतरने पर उसे समर्थन नहीं दिया जाएगा। कांग्रेस सभी 70 सीटों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी।कांग्रेस के इस ऐलान से राज्य सरकार के सहयोगी दल पीडीएफ को जहाँ करारा झटका लगा है वहीँ कांग्रेस के टिकट पर ऐसी सीटों से चुनाव लड़ने की उम्मीदों को पाले हुए नेताओं में उम्मीद की किरण जागी है।जबकि पीडीऍफ़ का कांग्रेस पर जबरन बनाया जा रहा दबाव पर भी ब्रेक लगा है। राजनीतिक हलकों में कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले को पार्टी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की जीत के रूप में देखा जा रहा है।
गौरतलब हो कि पीडीएफ को लेकर बीते काफी समय से कांग्रेस अध्यक्ष व पीडीएफ नेता दिनेश धने के बीच काफी नूरा कुश्ती मची हुई थी , जहाँ प्रदेश अध्यक्ष पीडीएफ से अपनी स्थिति साफ़ कर चुनाव में उतरने की बात कह रहे थे वहीँ पीडीएफ निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने व कांग्रेस से बिना शर्त समर्थन की जिद पर अड़ा हुआ था। राजनीतिक हलकों में पीडीएफ के इस फैसले को जहाँ नतीजे आ जाने के बाद किसी भी दल पक्ष में खड़ा होने की खुली छूट व इस दौरान मोल-भाव के रूप में देखा जा रहा था वहीँ पीडीएफ के दोनों हाथों में खुद ही लड्डू रखने के रूप में देखा जा रहा था। लेकिन चुनाव समिति की बैठक में लिए गए निर्णय ने पीडीएफ के सपनों पर जहाँ पानी फेर दिया वहीँ चुनाव परिणाम आने के बाद खेमा बदलें की पीडीएफ की मंशा पर पानी भी फेरने के निर्णय के रूप में लिया जा रहा है। कांग्रेस चुनाव समिति से साफ़ कर दिया है कि किसी भी सीट पर पार्टी से बाहर के प्रत्याशी को कांग्रेस समर्थन नहीं करेगी। यदि किसी पीडीएफ के सहयोगी को चुनाव लड़ना है तो उसे कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव मैदान में उतरना होगा।
गौरतलब हो कि इससे पूर्व पीडीएफ अध्यक्ष मंत्री प्रसाद नैथानी कांग्रेस के साथ हुए गठबंधन पर अब तक यही बताते आए थे कि कांग्रेस को समर्थन से पूर्व पार्टी हाईकमान की ओर से यह कहा गया था कि पीडीएफ का कोई सदस्य यदि निर्दलीय चुनाव लड़ता है तो कांग्रेस उस विस क्षेत्र में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी व पीडीएफ के निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी को समर्थन देगी।
इसके अलावा यदि पीडीएफ का कोई सदस्य कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहता है तो उसके लिए भी कांग्रेस पार्टी में रास्ते खुले रहेंगे। सूत्रों की मानें तो चुनाव समिति की बैठक में निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन का रास्ता बंद कर दिया गया है।
चुनाव समिति की बैठक के लिए कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी ने कहा कि उत्तराखंड में पार्टी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट इसी माह के अंत तक घोषित कर दी जाएगी। पंजाब में कांग्रेस अपने 61 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है और अब यहां और प्रत्याशी घोषित किए जाने हैं।
पार्टी प्रदेश प्रभारी ने कांग्रेस भवन में चुनाव समिति की बैठक में शामिल होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड में चुनाव समिति के बाद स्क्रीनिंग कमेटी भी बनाई जा चुकी है। राज्य स्तर पर मिले आवेदनों की समीक्षा की जा रही है।एक जानकारी के अनुसार कांग्रेस से टिकट के लिए इस बार लगभग एक हजार से अधिक लोगों ने दावेदारी की है, लेकिन दावेदारों में अधिकतर लोगों ने इसके लिए शुल्क जमा नहीं कराया है।
अम्बिका सोनी के अनुसार इसी महीने अंत तक पहली लिस्ट जारी कर दी जाए। यह सूची कांग्रेस के वर्तमान विधायकों की हो सकती है। समझा जा रहा है कि अभी से इनके नामों की घोषणा कर उन्हें चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए अधिक मौका मिल सकेगा।