Uttarakhand

निर्वाचन आयोग की जादूगरी ने 09 साल की बच्ची को बनाया बालिग

  • वहीं मतपत्र में गड़बड़ी पर आयोग सख्त!
देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून निकाय चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने की जिम्मेदारी राज्य निर्वाचन आयोग की है। यूँ तो आयोग सालों से परंपराओं या कहें कि नियमों का पालन करवाते हुए लोकतंत्र के पर्व को मनवाता रहा है लेकिन इस बार देहरादून के एक मतदान बूथ पर कुछ ऐसा हुआ कि लोग आयोग की जादूगरी को देखकर हैरान रह गए।
दरअसल आयोग ने एक 9 साल की बच्ची को बालिग करार दे दिया। जब ये 9 साल की बच्ची 19 साल की युवा के रूप में बूथ पर पहुंची तो सभी अचंभित हो गए। दरअसल बच्ची का मतदाता लिस्ट में नाम दर्ज होने के साथ उसकी उम्र 19 साल लिख दी गयी थी। दून के वार्ड नंबर 78 पर लावडेल अकादमी में जब ये बच्ची बूथ पर वोट देने पहुंची तो देखने वाले बच्ची को देखकर हैरान रह गए।
इसके बाद जब बच्ची आधार कार्ड लेकर मतदान स्थल के अंदर जाने लगी तो चुनाव अधिकारी ने पाया कि आधार कार्ड में बच्ची की उम्र महज 9 साल थी। इस स्थिति को देखकर बूथ कार्यकर्ता समेत निर्वाचन अधिकारी भी चौंक गए। हालात ये थी कि कुछ लोगों ने इसे अनुचित ठहराना शुरू कर दिया तो कुछ निर्वाचन की लिस्ट को ही फाइनल बताकर वोट डलवाने का प्रयास करने लगे। खैर बातचीत के बाद बच्ची को बैरंग ही वापस लौटा दिया गया। 
उत्तराखंड में 84 निकायों के लिए मतदान प्रक्रिया सम्पन्न तो हो गयी लेकिन काशीपुर के वार्ड 31 में बड़ी खामी ने आयोग की मेहनत पर पानी फेर दिया। यूँ तो राज्य भर से आयोग की तैयारियों के चलते चुनाव शांतिपूर्ण करवा लिए गए लेकिन छिट पूट शिकायतों के बीच एक बड़ी खामी भी सामने आई हैं ।
काशीपुर में वार्ड 31 में निर्दलीय प्रत्यासी का चुनाव चिन्ह ही मतपत्र में गलत प्रिंट करवा दिया गया। मामले में प्रत्यासी द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद आयोग को यहां वार्ड मेम्बर पद पर चुनाव रोकना पड़ा और अब कल वार्ड 31 के लिए मतदान किया जाएगा।
खास बात ये है कि वार्ड 31 में हुई इस गलती पर आयोग सख्त है, आयोग ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर गलती के जिम्मेदार पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त की माने इस वार्ड में कल मतदान होगा और 20 को ही मतगणना की जाएगी। साथ ही दोषी के खिलाफ की कड़ी कार्रवाई के निर्देश देते हुए जवाब भी मांगा गया है।

devbhoomimedia

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