विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
जिस भाजपा का गैरसैण पर स्टैंड साफ़ नहीं वहीँ उठा रही स्थायी राजधानी पर सवाल
सदन की कार्यवाही दो बार हुई स्थगित
गैरसैण । पेशावर कांड के महानायक वीर चन्द गढवाली को भारत रत्न देने के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध् करने के लिए विधसभा में प्रस्ताव पारित किया गया। संसदीय कार्य मंत्राी डाॅ. इंदिरा “देयश ने सदन में यह प्रस्ताव रखा। जिसके लिए मुख्यमंत्राी हरीश रावत, स्वास्थ्य मंत्राी सुरेन्द्र सिंह नेगी व श्रीनगर गणेश गोदियाल ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। वीर चन्द गढवाली को भारत रत्न के प्रस्ताव के दौरान मुख्यमंत्राी हरीश रावत कहा कि स्वतंत्राता संग्राम नायकों में अग्रणीय श्रेणी के नायक थे। उन्होंने बहुत की विषम परिस्थितियों में स्वतंत्राता संग्राम की लड़ाई लड़ी। विधन सभा में जीएसटी बिल के समर्थन में भी संकल्प रखा गया। भराड़ीसैण परिसर में संसदीय कार्यो के शोध् एवं संग्राहलय बनाये जाने का संकल्प रखा गया। इसके अलावा संसदीय कार्य मंत्राी ने देश में हुई नोट बंदी को लेकर किसानों, मजदूरों व व्यापारियों को हो रही परेशानी को लेकर मुद्रा आपूर्ति करते के लिए केन्द्र सरकार को भेजने के लिए भी संकल्प पारित किया।
गैरसैंण : स्थायी राजधानी को लेकर वास्तविक स्थिति क्या है इस पर विपक्ष के हमले के साथ विधानसभा के दो दिवसीय सत्र के पहले दिन की शुरूआत हुई। विधान सभा में यह मामला उस भाजपा ने उठाया जो आज तक गैरसैण पर अपनी स्थिति खुद ही साफ़ नहीं कर पायी है, वहीँ तीन बजे बाद भी विपक्ष ने सदन नहीं चलने दिया स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कल तक के लिए सदन स्थगित कर दिया . वहीँ इससे पहले सदन की कार्यवाही के दौरान भोजन माताओं का मानदेय न बढ़ाने पर विपक्ष ने वॉकआउट किया। उन्होंने कहा कि 01 अगस्त 2016 को मानदेय बढ़ाया गया था, लेकिन अभी तक भोजन माताओं को बढ़ा हुआ मानदेय नहीं मिला है।
वॉक आउट के बाद सदन की कार्यवाही 12 बजकर 15 मिनट पर फिर शुरू हुई। लेकिन बीजेपी विधायक गैरसैंण पर सरकार की स्थिति स्पष्ट करने की मांग को लेकर वेल में उतर आए। इस दौरान विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और गैरसैंण को जिला या राजधानी बनाने की मांग को लेकर हंगामा किया। विधायकों का कहना है कि जब तक गैरसैंण पर स्थिति साफ नहीं करेगी सत्र को नहीं चलने दिया जाएगा। जिसके बाद सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उधर, आंगनबाड़ी कार्यकत्री और रामनगर को जिला बनाने की मांग को लेकर लोग विधानसभा भवन के बाहर धरने पर बैठे हैं।
सदन शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हम सातवीं बार गैरसैंण में आए हैं। हम यहां क्या कर रहे हैं। सरकार स्थायी राजधानी का मामला साफ करे। भट्ट ने कहा कि घोषणा के बाद सरकार का शासनादेश आया। सरकार गैरसैंण पर अपना स्टैंड क्लीयर करें। वहीं बीजेपी विधायक सुरिंदर सिंह जीना बोले कि उत्तराखंड सरकार ने गैरसैंण को राज्य अतिथि गृह बना दिया है।
जवाब में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि विधानसभा भवन लगभग बनकर तैयार है । इससे पहले वंदेमातरम के साथ भराड़ीसैंण में उत्तराखंड विधानसभा के दो दिवसीय सत्र की शुरुआत हो गई। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने दीप जलाया। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए। सदन में पहुंचने वाले विधायकों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया।
सत्र की सभी तैयारियां बुधवार को पूरी कर ली गई थीं। गैरसैंण से लेकर भराड़ीसैंण तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कई कैबिनेट मंत्री और विधायक बुधवार देर शाम तक भराड़ीसैंण पहुंच चुके थे। मुख्यमंत्री हरीश रावत बदरीनाथ धाम से सीधे भराड़ीसैंण पहुंचे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल सहित कई मंत्री गुरुवार प्रातः हेलीकाप्टर से देहरादून से यहां पहुंचे।