UTTARAKHAND
कोरोना के चलते उत्तराखंड में रहने वालों को करना पड़ रहा है मुश्किलों का सामना

उत्तराखंड राज्य के कुछ ख़ास जनपदों से ग्राउंड रिपोर्ट
खुदरा एंव अन्य समुदाय के व्यापारियों समेत दुर्गम व सुगम क्षेत्रों के निवासियों की बढ़ी समस्याएँ
ऋषभ उपाध्याय
भारत में कोरोना वायरस से बचने के लिए केंद्र सरकार ने देश को 14 अप्रैल तक लॉक डाउन करने का एलान किया था। बाद में इसे बढ़ाते हुए 31 मई तक कर दिया है जिससे नागरिकों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर उन लोगों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है जो प्रवासी मजदूर और ठेला-खुमचा लगाने वाले लोग और स्थानीय एंव प्रवासी व्यापारी इसमें कुछ अल्पसंख्यक समुदाय के व्यापारी भी शामिल हैं।
हमने इस रिपोर्ट में उत्तराखंड राज्य के कुछ महानगर तथा महत्वपूर्ण जनपदों का सफ़र किया है, जिसके जरिए हम प्रवासी मजदूर एवं यहां के प्रवासी व्यापारियों की और यहां के बाशिन्दों की समस्या रिपोर्ट के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं,उत्तराखंड की स्थिति मैदानी इलाकों से बिल्कुल भिन्न है. उत्तराखंड के कुछ जिलों में से अधिकतर पहाड़ी जिले हैं जहां लोगों को बहुतायत मात्रा में समस्या का सामना करना पड़ रहा है और यहां के पहाड़ी इलाकों में सब्जी, फल, मटन चिकन या अन्य व्यापार के व्यापारियों की और यहां के बाशिन्दों की समस्या लॉक डाउन की वजह से पहले से अधिक बढ़ गई है
पौड़ी गढ़वाल का पहाड़ी क्षेत्र से ग्राउंड रिपोर्ट
पौड़ी जिले में अधिकतर प्रवासी मजदूर नेपाल से हैं
जो यहां अपनी जीविका चलाने के लिए मजदूरी का कार्य करते हैं लेकिन इस समय लॉक डाउन की वजह से उनके पास कोई कार्य नहीं है,और अभी वह पैसे की कमी से परेशान एवं विवश है, इनके पास खाने की भी समस्या थी लेकिन यहां पर भी कुछ स्थानीय लोगों ने आर्थिक मदद एवं राशन वितरण का कार्य कर इनकी यह समस्या को कम करने का प्रयास किया है।