चर्चित मृत्युंज्य मिश्रा की तैनाती पर डा. त्यागी ने उठाये सवाल
देहरादून । भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद के पूर्व अध्यक्ष डा. वेद प्रकाश त्यागी ने कहा है कि भ्रष्ट अधिकारी मृत्युंजय मिश्रा को अनावश्यक रूप में सरकार में बैठे एक उच्च पदस्थ अधिकारी के इशारे पर तैनाती दी जा रही है और उसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए डा. त्यागी ने कहा है कि भ्रष्ट अधिकारी मृत्युंजय मिश्रा को अनावश्यक रूप में तैनाती दी जा रही है। उनका कहना है कि दिल्ली से उनकी तैनाती के आदेश पारित किये गये है जो चिंता का विषय है। इसी प्रकार जी बी ओली निर्वाचन अधिकारी 2016 भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद नई दिल्ली एवं अपर सचिव आयुष देहरादून मृत्युंजय मिश्रा, कुल सचिव उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, डा. रमाकांत शर्मा, नवनीत कौशिक, दीपक ज्योति कोटियाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने की आवश्यकता है लेकिन अभी तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
उनका कहना है कि इन अधिकारियों ने डुप्लीकेट मतपत्र छपवाकर तथा उन्हें पोस्ट ऑफिस से निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जमा न कर मृत्युंजय मिश्रा के फ्लैट पर ले जाकर वहां उन्हें बदलकर निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में जमा कर दिया जाता था और इसके प्रमाण भी उनके पास है और जांच अधिकारी रिचर्ड डेनियल ने मतपत्रों का भौतिक निरीक्षण करने हेतु निर्वाचन अधिकारी जी बी ओली को पत्र लिखकर एवं जांच अधिकारी को भौतिक निरीक्षण करने स्वयं दून पहुंच तो ओली ने यह कहकर मना कर दिया कि अभी निर्वाचन का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है और मतपत्रों का भौतिक निरीक्षण नहीं किया जा सकता है और इसकी शिकायत प्रधानमंत्री से की गई है।
उनका कहना है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर इस माह दून में महानिदेशालय आयुर्वेद सहस्त्रधारा रोड पर जांच अधिकारी उपस्थित हुए और मतपत्रों का बाक्स ट्रेजरी में जमा था और डीएम के आदेश पर एसडीएम ऋषिकेश ने जांच अधिकारी डेनियल के सुपुर्द किया और 16 जून को जांच के पश्चात पुनः एसडीएम ऋषिकेश ने वापस ट्रेजरी में मतपत्र जमा करवा दिया और जांच अधिकारी अपनी रिपोर्ट को भारत सरकार को प्रस्तुत करेंगें। उनका कहना है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है।