नैनीताल । जिले के प्रभारी मंत्री डा० हरक सिह रावत ने जिला सभागार में विकास कार्या की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्मी का सीजन चल रहा है, इसलिए जनता को सुचारू शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए, साथ ही जिन क्षेत्रों में पेयजल की किल्लत है वहां पर वैकल्पिक व्यवस्थाओं से पेयजल व्यवस्था की जाए, साथ ही उन्होने कहा कि भाबरीय क्षेत्र में पेयजल हेतु जल संस्थान के पाईप लाईन सिचाई विभाग के नलकूपों से जोड कर पेयजल उपलब्ध कराया जाए, साथ ही नलकूपों के खराब होने अथवा फुकने पर उन्हें शीघ्र मरम्मत कराये जाने के निर्देश भी दिये।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि फायर सीजन चल रहा है, वन महकमे के सभी अधिकारी सक्रिय होकर कार्य करें। उन्होने कहा कि वनाग्नि दैवीय आपदा है, इसलिए जनपद के सभी अधिकारी वनाग्नि प्रबंधन व अग्नि को रोकने में अपनी सक्रिय भूमिका निभायें। वनाग्नि रोकने अथवा आग बुझाने के लिए जनता को जागरूक करते हुए जनसहयोग लिया जाए।
उन्होने कहा कि जनपद में कानून व्यवस्था चुस्त, दुरूस्थ की जाए तथा ड्रग्स पर सख्ती से रोक लगाई जाए। उन्होने कहा कि नगरों में ठेली,रेडी लगाने वालों के साथ ही बाहर से आने वाले लोगो का अनिवार्य रूप से सत्यापन कराया जाए। इस हेतु पुलिस प्रशासन सक्रियता से कार्य करें। उन्होने कहा कि पर्यटन सीजन चल रहा है। पर्यटकों को अनावश्यक परेशानियों का सामना ना करना पडे। इसलिए यातायात व्यवस्था चुस्त, दुरूस्थ की जाए, विद्युत के साथ ही सफाई व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को विकास कार्या में गति लाने के साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि विकास कार्या में वन अधिनियम कतई आडे नही आने दिया जायेगा। सडकों व अन्य विकास कार्या के जो भी वन अधिनियम में लम्बित प्रकरण है उनका शीघ्रता से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि ट्रेन्चबीयर चोरगलिया का प्रकरण भी वन अधिनियम में लम्बित है, उसका शीघ्र निस्तारण कराने को कहा। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी चिकित्सकों को हाईटेक बनायें साथ ही हल्द्वानी गेट-वे कुमायू के चिकित्सालयों को सभी सुविधाओं के साथ ही पर्याप्त दवाएं रखी जाए, ताकि बाहर से आने वाले मरीजो को आवश्यक सुविधाएं हल्द्वानी चिकित्सालयों में मिल सके। उन्होने कहा कि हल्द्वानी गौलापार जू को पाईलेट प्रोजेक्ट के तहत अदभुत बनाया जायेगा।
जिलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि विगत वर्ष में जिला योजना में ५९.६७ करोड के सापेक्ष ३६.७५ करोड अवमुक्त हुआ जो शतप्रतिशत व्यय किया गया है। इसी तरह राज्य सेक्टर मे ३०१७२ लाख अवमुक्त के सापेक्ष २८१३७ लाख व्यय हुआ, जबकि केन्द्र पोषित योजनाओं में १७०३७ लाख के सापेक्ष १६०५८ लाख व्यय किया गया। वाहृय सहायतित योजनाओं मं १५६५२ लाख के सापेक्ष १५६३८ लाख व्यय किया गया। उन्होने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में जनपद में ४९.२८ करोड का जिला योजना परिव्यय प्राप्त हुआ है।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी, मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द, मुख्य चिकित्साधिकारी एलएम उप्रेती, प्रभागीय वनाधिकारी कर्मसिह मीणा, परियोजना निदेशक डा० महेश कुमार,जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी सहित सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।