साप्ताहिक अवकाश के आदेश पर्वतीय जिलों के लिए प्रथम चरण में परीक्षण के तौर पर हुए जारी
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड के पुलिस कर्मियों को अब साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। नए साल पर सूबे के नए डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस कर्मियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से उन्हें यह तोहफा दिया है।
गौरतलब हो कि प्रदेश के पोलिस कर्मी राज्य के अस्तित्व में आने के बाद से ही एक दिवसीय अवकाश की मांग कर रहे थे। हालांकि एक अनुशासित बल होने के नाते सूबे के पुलिसकर्मियों ने अन्य कर्मचारी संगठनों की तरह धरना और प्रदर्शन तो नहीं किए लेकिन प्रदेश के पुलिस बल में एक दिन के साप्ताहिक अवकाश की बात चल रही थी। यह इस लिए भी जरुरी था कि अन्य कर्मचारियों की तरह पुलिस कर्मियों के लिए अन्य कोई छुट्टी भी नहीं थी सिवा उनकी सेवा शर्तों में शामिल छुट्टियों के सिवा।
हालांकि राज्य के अस्तित्व में आने के दिन से आज तक सूबे के तमाम पुलिस महा निरीक्षक इस बात को दबी जुबान से स्वीकारते तो थे कि पुलिसकर्मियों को यदि एक दिन का साप्ताहिक अवकाश मिल तो उनकी कार्य क्षमता और उनके मनोबल में अवश्य बढ़ोत्तरी होगी, लेकिन किसी ने भी इसे कार्य रूप में परिणित करने का साहस नहीं दिखाया।लेकिन कहा जाता है कि किसी को तो किसी नेक कार्य के लिए हिम्मत दिखानी ही होती है सो सूबे के नए डीजीपी अशोक कुमार ने यह भी कर दिखाया।
गौरतलब हो कि सूबे के नए डीजीपी अशोक कुमार ने जिस दिन से सूबे के पुलिस महानिरीक्षक की बागडोर संभाली है उसी दिन दिन से उन्होंने जनहित सहित पुलिस कर्मियों के हित में कई ऐसे कार्य कर दिए हैं जो मिसाल बन गए हैं।
डीजीपी अशोक कुमार ने सोमवार को जनपद पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, उत्तरकाशी,चमोली, रूद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चम्पावत में नियुक्त पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक विश्राम प्रदान करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों के मनोबल एवं कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए प्रथम चरण में परीक्षण के तौर पर एक जनवरी, 2021 से प्रदेश के नौ पर्वतीय जनपदों में थाना,चौकी, पुलिस लाइन में नियुक्त मुख्य आरक्षी एवं आरक्षियों को साप्ताहिक विश्राम की सुविधा उपलब्ध कराये जाने का निर्णय लिया गया है।
हालांकि यह भी निर्देश जार हुए हैं कि साप्ताहिक विश्राम के दौरान पुलिस कर्मी नियुक्ति मुख्यालय नहीं छोड़ेगा तथा वह रिजर्व ड्यूटी पर समझा जाएगा। विशेष परिस्थिति में जैसे- आपदा, दुर्घटना एवं कानून व्यवस्था की स्थिति में यदि ड्यूटी पूरी नहीं हो पा रही है, तो साप्ताहिक विश्राम पर गये कर्मी को थाना प्रभारी द्वारा वापस बुलाया जा सकता है।