एयर क्राफ्ट डीजी बने एयर मार्शल कुलदीप शर्मा
उत्तराखंड को एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
एयर मार्शल बनने पर उनके गांव में खुशी का माहौल
देहरादून : प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के एक और लाल को देश की सुरक्षा व्यवस्था में अहम जिम्मेदारी सौंपी है। ऊधमसिंह नगर के कुलदीप शर्मा को वायुसेना में एयर मार्शल के पद पर प्रमोशन के साथ एयर क्राफ्ट डीजी का अहम जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने नए पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
कुलदीप पांच भाइयों में सबसे छोटे हैं। इनके पिता भारत भूषण शर्मा सूबेदार थे। उनके बड़े भाई किसान तथा दूसरे नंबर के धर्मवीर शर्मा हाईकोर्ट में जज थे। तीसरे नंबर के सुरेश कुमार शर्मा सिडकुल देहरादून में से मैनेजर पद से रिटायर्ड हो चुके हैं। सबसे छोटे भाई अशोक शर्मा काशीपुर में अधिवक्ता हैं।
सुरेश शर्मा ने बताया कि कुलदीप ने राजकीय इंटर कालेज, सुल्तानपुर पट्टी से हाईस्कूल व उदयराज हिंदू इंटर कालेज से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद पंडित गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि से बीटेक की पढ़ाई की थी।बीटेक की पढ़ाई पंडित गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर से करने के बाद आईआईटी खड़गपुर से एमटेक किया। वर्ष 1981 में वह इंडियन एयर फोर्स में चयनित हो गए।उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें भारतीय वायु सेना की तरफ से कई पदक मिल चुके हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति से उत्तम सेवा के लिए विशिष्ट सेवा मेडल व अति विशिष्ट सेवा मेडल भी मिल चुका है। एयर मार्शल कुलदीप शर्मा ने इसके अलावा उन्होंने एमबीए और एमफिल की डिग्री भी हासिल की। उनकी कर्मनिष्ठा व उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें भारतीय वायु सेना ने कई पदक प्रदान किए हैं। वह राष्ट्रपति द्वारा उत्तम सेवा के लिए विशिष्ट सेवा मेडल एवं अति विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित हैं।
नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, डीजीएमओ अनिल कुमार भट्ट, रॉ चीफ अनिल धस्माना, पीएमओ सचिव भास्कर खुल्बे के बाद अब प्रदेश के कुलदीप शर्मा का नाम इस फेहरिस्त में जुड़ गया है।
ऊधमसिंह नगर के पिपलिया गांव, सुल्तानपुर पट्टी निवासी भारत भूषण शर्मा के बेटे कुलदीप शर्मा भारतीय वायु सेना में एयर मार्शल के रैंक से सुशोभित किए गए हैं। साथ ही उन्हें डायरेक्टर जनरल एयर क्राफ्ट की जिम्मेदारी भी दी गई है।
जिला उधमसिंह नगर के गांव पिपलिया, सुल्तानपुरपट्टी निवासी कुलदीप शर्मा के एयर मार्शल बनने पर उनके गांव में खुशी का माहौल है। परिजनों ने बताया कि बचपन से उनमें आन-बान-शान का जज्बा भरा था। इसलिए उन्होंने देश सेवा के लिए सेना की नौकरी चुनी। शर्मा ने डायरेक्टर जनरल एयर क्राफ्ट का कार्यभार संभाल लिया है।