यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों की रवानगी शुरू
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों की रवानगी शुरू हो गई है। ताजा खबकों के मुताबिक भारतीय छात्रों का पहला दल चेर्निस से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना हो गया है। ये सब इसलिए हो पा रहा है क्योंकि अब पश्चिमी यूक्रेन के Lviv और Chernivtsi में विदेश मंत्रालय के कैंप सक्रिय हो गए हैं। इन खबरों को पुख्ता करती कुछ तस्वीरें भी सामने आ गई है कि जिसमें 25 से 30 भारतीय छात्र वतन वापसी पर अपनी खुशी जाहिर कर रहे
आपको बता दें कि शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने पश्चिमी यूक्रेन के लीव एवं चेर्निवित्सी शहरों में कैम्प कार्यालय स्थापित किए थे। इन कैम्पों के जरिए भारतीयों को हंगरी,रोमानिया और पोलैंड के लिये पारगमन सुविधा प्रदान की जा रही है। इस क्रम में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना की ओर से कहा गया है कि भारतीय वायु सेना यूक्रेन से अपने नागरिकों की निकासी के लिए हर जरूरत के लिए तैयार है। इंडियन एयरफोर्स के प्रवक्त विंग कमांडर आशीष मोघे ने कहा ‘भारतीय वायु सेना यूक्रेन से हमारे नागरिकों की निकासी की किसी भी आवश्यकता के लिए तैयार है।’
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी.मुरलीधरन ने कहा हैं कि 26 फरवरी को एक विशेष उड़ान में यूक्रेन से दिल्ली पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों का स्वागत किया जाएगा। यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने जानकारी दी हैं कि,यूक्रेन से 470 से ज्यादा भारतीय छात्रों को निकाला गया। छात्रों को यूक्रेन से रोमानिया ले जाया जा रहा है। रोमानिया से छात्रों को स्वदेश यानी भारत लाने के लिए भारत सरकार 2 विमान भेज रही है।
आपको बताते चलें कि गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत के दौरान भारतीय नागरीकों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा उनकी सरकार के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है। पीएम मोदी और पुतिन के बीच हुई बातचीत का ही परिणाम हैं कि शुक्रवार को रेस्क्यू का काम शुरू कर दिया गया है। जिसके तहत युक्रेन में फंसे छात्रों के पहले दल को रवाना कर दिया गया है। इसी के साथ कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मिशन में और ज्यादा तेजी लाई जाएगी। विदेश मंत्रालय ने भी आश्वासन दिया है कि सभी फंसे भारतीयों की सफल वतन वापसी जल्द से जल्द करवाई जाएगी। यूक्रेन-रूस के युद्ध के बीच भारतीय नागरिकों की वापसी की खबरों के बाद भारत में रह रहे उनके परिजनों में खुशी की लहर है।