स्मार्ट सिटी मिशन के तहत दून इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ के लोकार्पण
दून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट देश के 100 शहरों में एकमात्र ऐसा शहर है जिसे पूरी तरह स्मार्ट सिटी में किया गया है कवर
देहरादून कलक्ट्रेट भवन का नाम रखा जायेगा श्री अटल बिहारी वाजपेयी भवन
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : दून स्मार्ट सिटी मिशन के तहत दून इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ के लोकार्पण के अवसर पर मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून, दून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट देश के 100 शहरों में एकमात्र ऐसा शहर है जिसे पूरी तरह स्मार्ट सिटी में कवर किया गया है। इसके लिए उन्होंने भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस सेंटर की स्थापना से ट्रेफिक निगरानी प्रदूषण के स्तर को नापने, सर्विलांस सिस्टम, वाई-फाई एवं अन्य तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। देहरादून को सुव्यवस्थित करने में भी यह सेंटर मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि यह सेंटर भीड़ नियंत्रण में भी मददगार रहेगा। विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य जैसे विभाग तथा सी.एम डेशबोर्ड को इससे जोड़ा गया है। आम जनता को बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराने में सेंटर में स्थापित सेंसर मददगार होंगे तथा सम्बन्धित विभागों को भी सूचनायें त्वरित रूप से उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत 200 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली कलेक्ट्रेट बिल्डिंग का नाम पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जायेगा।
ठंड के मौसम के दृष्टिगत राज्य के ऊचांई वाले क्षेत्रों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य के ऊचांई वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करने के लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश गांवों को सड़कों से जोड़ा गया है । सी.एस.सी. व जिला अस्पतालों में आई.सी.यू. तथा डॉक्टरों की व्यवस्था की गई हैं।इमरजेंसी की स्थिति में पीड़ितो को हेली सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसका व्यय भी राज्य सरकार वहन करने को तैयार है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को आईटीडीए, आईटी पार्क सहस्त्रधारा रोड, देहरादून में 234.85 करोड़ रूपये की लागत से बने स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत दून इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में बनाने की योजना देश के सामने रखी है। यह सौभाग्य की बात है कि उत्तराखण्ड आज इसमें 25वें स्थान पर है, जबकि स्मार्ट सिटी की चौथी सूची में इसे सम्मिलित किया गया। देहरादून देश की पहली ऐसी स्मार्ट सिटी होगी, जो पूर्ण रूप से स्मार्ट सिटी होगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर उनका स्मरण करते हुए घोषणा की कि स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत देहरादून का जो कलक्ट्रेट भवन बन रहा है। उस भवन का नाम श्री अटल बिहारी वाजपेयी भवन रखा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्थापित किये गये दून इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ से ट्रेफिक निगरानी, प्रदूषण के स्तर को नापने, सर्विलांस सिस्टम, वाई-फाई एवं अन्य तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। देहरादून की अनेक व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने में भी यह सेंटर मदद करेगा। वर्ष 2021 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ में भीड़ प्रबंधन एवं अन्य गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए यह सेंटर मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्मार्ट सिटी के साथ ही हमें स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा। सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम के लिए देहरादून की जनता ने अच्छा सहयोग दिया है। प्लास्टिक की रोकथाम के लिए जो मानव श्रृंखला बनाई गई उसके अच्छे परिणाम मिले हैं। देहरादून में पॉलीथीन के इस्तेमाल में 75 प्रतिशत तक की कमी आई है। आज वेस्ट को बेस्ट में बदलने की जरूरत हैं पेट्रोलियम संस्थान में पॉलीथीन से डीजल बनाया जा रहा है। स्वच्छता के प्रति व्यापक स्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सूर्यधार परियोजना मई तक पूर्ण हो जायेगी। जिससे 29 गांवों को ग्रविटी वाटर उपलब्ध होगा। सोंग एवं जमरानी बांध परियोजनाओं से देहरादून एवं हल्द्वानी को पूर्ण ग्रेविटी वाटर उपलब्ध होगा। इन परियोजनाओं से सालाना 200 करोड़ रूपये की बिजली की बचत होगी।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री गणेश जोशी, श्री खजान दास, श्री विनोद चमोली, अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश, श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी श्री अनिल रतूड़ी, डीजीपी कानून एवं व्यवस्था श्री अशोक कुमार, आयुक्त गढ़वाल डॉ. रविनाथ रमन, निदेशक आईटीडीए श्री अमित सिन्हा, सचिव श्री शैलेष बगोली आदि उपस्थित थे।