ब्रेन स्ट्रोक की शिकायत पर श्रीराममूर्ति अस्पताल बरेली से हुई थी AIIMS ऋषिकेश रेफर
महिला के साथ दो पेसेंट व दो अटेंडेंट को भी किया गया चिन्हित
स्वामी विवेकानंद अस्पताल नैनीताल व श्रीराममूर्ति अस्पताल बरेली में इस महिला के संपर्क में आए करीब 50 लोग
उत्तराखंड में अभी तक 54 लोग कोरोना संक्रमित हुए, जिनमें से 34 ठीक हो गए, राज्यभर में कोरोना के सक्रिय केसों की संख्या 20
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
ऋषिकेश : AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) ऋषिकेश में भर्ती नैनीताल की महिला पेसेंट की कोविड 19 रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। संस्थान में महिला को ब्रेन स्ट्रोक होने पर बीते 22 अप्रैल को भर्ती किया गया था। देहरादून जिले में देर शाम दो नये केस मिलने पर उत्तराखंड में अभी तक 54 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए।राज्य में अब तक 34 लोग ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में राज्य में कोरोना संक्रमण के सक्रिय केसों की संख्या 20 है। ये दो नये मामले भी एम्स ऋषिकेश के हैं।
एम्स संस्थान की ओर से मंगलवार को जारी बयान में संकायाध्यक्ष (अस्पताल प्रशासन) प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि नैनीताल निवासी 56 वर्षीया महिला बीती 22 अप्रैल को एम्स ऋषिकेश में भर्ती हुई थी। जिसे ब्रेन स्ट्रोक की शिकायत थी। यह महिला नैनीताल के स्वामी विवेकानंद अस्पताल में भर्ती थी, जहां इसका स्ट्रोक का उपचार चल रहा था। वहां से इसे श्रीराम मूर्ति हॉस्पिटल बरेली रेफर किया गया था, श्रीराममूर्ति अस्पताल से इसे 22 अप्रैल को एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया था।
उन्होंने बताया कि उक्त दोनों अस्पतालों से प्राप्त रिपोर्ट में महिला रोगी का कोविड 19 का टेस्ट भी हुआ था,जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। एम्स में भर्ती इस महिला को 27 अप्रैल को फीवर आया था,जिसके कारण इसका संस्थान में कोविड 19 का टेस्ट किया गया। जिसकी रिपोर्ट मंगलवार (आज) पॉजीटिव आई है। जिसके बाद अस्पताल में महिला रोगी को आइसोलेट करने की प्रोसेस शुरू कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि महिला के प्राइमरी कांट्रेस्ट में आए लोगों की जांच चल रही है। बताया कि स्वामी विवेकानंद अस्पताल नैनीताल व श्रीराममूर्ति अस्पताल बरेली में इस महिला के संपर्क में करीब 50 लोग आए हैं। साथ ही महिला के साथ दो पेसेंट व दो अटेंडेंट को भी चिहि्नत किया गया है। बताया कि इस बाबत महिला जिन अस्पतालों में भर्ती रही है वहां भी इसकी जांच चल रही है।
उन्होंने बताया कि संस्थान में इस महिला के प्राइमरी व सेकेंड्री कांट्रेक्ट में आए करीब 70 से 80 स्टाफ को कोरोंटाइन करना पड़ेगा,जिसके लिए इंस्टीट्यूट में पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं है,लिहाजा इसके लिए जिला प्रशासन से संपर्क स्थापित कर मदद ली जा रही है। प्रो. मिश्रा ने बताया कि संस्थान में भर्ती कोविड 19 संक्रमित यूरोलॉजी विभाग के नर्सिंग ऑफिसर की स्थिति में धीरे- धीरे सुधार हो रहा है।