युवावर्ग के साथ पुलिस विभाग की अभी भी संवादहीनता की स्थिति : डीजीपी
दून में दो दिवसीय पुलिस आफिसर्स कान्फ्रेंस शुरु
पुलिस की कार्यप्रणाली में गुणात्मक सुधार पर हुआ मंथन
प्रदेश में पर्याप्त पुलिस व ससांधन उपलब्धः डीपीजी
देहरादून । पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड में दो दिवसीय पुलिस ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस के प्रथम दिन पुलिस की कार्य प्रणाली में गुणात्मक सुधार के सम्बन्ध में कार्ययोजनाओं पर वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से विचार-विमर्श किया गया जिसमें सभी परिक्षेत्र प्रभारी, जनपद प्रभारी, सेनानायक व जनपदों के राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
पुलिस महानिदेशक एमए गणपति ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस के पास पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तथा आधुनिक साधन व संसाधन उपलब्ध है, राज्य गठन से अबतक पुलिस विभाग को अच्छा नेतृत्व मिला है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज आयोजित इस कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य थाना व चैकी स्तर पर पुलिस कार्यप्रणाली में गुणात्मक सुधार लाने के लिए मंथन कर एक कार्ययोजना तैयार करना है।
उन्होने कहा कि जब तक थाना व चौकी स्तर की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होगा तब तक राज्य में एक अच्छी पुलिस व्यवस्था स्थापित नहीं हो पायेगी। उन्होने कहा कि युवावर्ग के साथ पुलिस विभाग की संवादहीनता की स्थिति है इस में हमे सुधार करते हुए युवावर्ग के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने का प्रयास करना चहिऐ, यह राज्य में अपराध एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने में भी सहायक होगा। उन्होने कहा कि हर पुलिसकर्मी को चहिए कि वह उसको प्रदत्त वैधानिक अधिकारों का प्रयोग करने के साथ साथ अपने-अपने क्षेत्र के संरक्षक के रूप में भी कार्य करें।
बैठक के दौरान थाना स्तर पर पुलिस कार्यप्रणाली में एकरूपता एवं पारदर्शिता लाते हुए में सुधार हेतु कार्ययोजना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पौड़ी, टिहरी पुलिस अधीक्षक चमोली तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ ने संयुक्त रूप से प्रस्तुतिकरण किया गया, जबकि विभाग में आरक्षी स्तर पर क्षमता विकास एवं व्यावसायिक दक्षता बढ़ाये जाने हेतु कार्ययोजना पर पंकज गैरोला, पुलिस उपाधीक्षक, देहरादून निरीक्षक प्रमोद शाह, ऊधमसिंहनगर ने तथा पुलिस कार्यप्रणाली में युवावर्ग को अधिक से अधिक जोड़े जाने पर सुश्री तृप्ति भट्ट सहायक पुलिस अधीक्षक, देहरादून एवं श्रीमती रिधिम अग्रवाल, सेनानायक 31वीं वाहिनी पीएसी, द्वारा गम्भीर कानून व्यवस्था स्थिति, दंगा नियंत्रण एवं आपदा राहत कार्य जैसे महत्वपूर्ण ड्यूटी में बल की व्यवसायिक दक्षता बढ़ाने तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार द्वारा प्रोपफेशनल पुलिसिंग हेतु जनपद प्रभारियों के कार्य एवं दायित्व पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।
इसके अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था दीपम सेठ द्वारा आगामी होने वाले विधानसभा चुनावों के सम्बन्ध में चुनाव व्यवस्था से सम्बन्धित तथा पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण पीवीके प्रसाद, द्वारा टेªनिंग रोड मैन 2017 पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।
प्रस्तुतिकरणों के उपरान्त वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े सभी जनपदां, वाहिनियों के राजपत्रित अधिकारियों, थानाध्यक्षां से व्यापक चर्चा कर सुझाव भी मांगे गये जिसमें बड़ी संख्या में अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। गणपति द्वारा कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत विषयों के सम्बन्ध में कार्यवाही हेतु बिन्दुओं को अलग से चिन्हित कर इसमे जनपद प्रभारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश निर्गत किए जाने हेतु भी निर्देशित किया गया।