किसानों के मसीहा बने सीएम योगी, खोला खजाना
सीएम योगी ने प्रदेश के सालाना बजट से ज्यादा किसानों को दिया
विभिन्न मदों में रिकार्ड छह लाख 80 हजार 708 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया गया
पिछली सरकारों की तुलना में कई गुना धनराशि किसानों को साढ़े चार साल में दी गई
रमाला, पिपराइच, मुण्डेरवा चीनी मिलों सहित 20 चीनी मिलों का आधुनिकीकरण और विस्तार किया
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और शक्तिशाली बनाने के लिए जितने प्रयास किए हैं, उतने शायद ही पहले किसी सरकार में हुए हों। सीएम योगी ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रदेश के सालाना बजट से ज्यादा धनराशि महज साढ़े चार साल के कार्यकाल में दी है। यह भी एक इतिहास है कि आजादी से लेकर 2017 से पहले तक किसी सरकार ने प्रदेश के सालाना बजट तो दूर उसकी आधी धनराशि भी किसानों को नहीं दी है। प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को रिकार्ड छह लाख 80 हजार 708 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। किसानों के हित में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों और अन्य मदों में दी गई धनराशि को यदि जोड़ लिया जाए, तो यह राशि 10 लाख करोड़ तक पहुंच सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की आय दुगुनी करने को लेकर सतत प्रयत्नरत हैं। इसी का नतीजा है कि किसानों से जुड़े हर कार्य के लिए सरकार की ओर से न सिर्फ हरी झंडी दी जा रही है, बल्कि पैसा देकर उसे धरातल पर भी उतारा जा रहा है। इसमें चाहे सिंचाई विभाग की योजनाएं ही क्यों न हों। प्रदेश में 3.77 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाई क्षमता में बढ़ोत्तरी की गई है और 46 वर्षों से लंबित बाण सागर परियोजना को पूरा किया गया है। ऐसे ही दशकों से अटकी सरयू नहर परियोजना से जल्द किसानों के खेतों में पानी पहुंचने वाला है।
433.86 लाख मीट्रिक टन अनाज की खरीद कर 78,23,357 किसानों को ₹78,000 करोड़ का भुगतान किया
सीएम योगी ने पिछली सरकारों की तुलना में कई गुना धनराशि किसानों को साढ़े चार साल में दी है। प्रदेश में पहली बार 433.86 लाख मीट्रिक टन से अधिक अनाज की सरकारी खरीद की गई और 78,23,357 किसानों को 78,000 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया गया है। इसके अलावा किसानों को तीन लाख 92 हजार करोड़ रुपए का फसली ऋण का भुगतान किया गया है और 36 हजार करोड़ रुपए से 86 लाख किसानों का ऋण माफ किया गया है।