UTTARAKHAND

मुनस्यारी और गोविंदघाट में फ़टे बादल,एक की मौत, चार लोग घायल

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून । मानसून ने जाते-जाते प्रदेश में कहर बरपाया है। पिथौरागढ़ और चमोली में बादल फटने से एक व्‍यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर रेस्‍क्‍यू टीम मौके पर पहुंच गई है। मुनस्यारी में समयिया बोरा गाँव में एक मृत और दो घायल, बांसबाग के पास राया बाजेटा में 3 मकान क्षतिग्रस्त होने की खबर आ रही है ।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़ व चमोली जिले के जिलाधिकारियों से बात कर वहां भारी वर्षा से हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिये। 

एसडीएम और एसडीआरएफ की टीम पहले ही साइट पर पहुंच गई। मेडिकल टीम समयिया बोरा गाँव पहुँची। पिथौरागढ़ में शिफ्ट करने के लिए नचनी से चोटिल हो रहे हैं। पहली घटना पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी ब्‍लॉक के तल्ला जोहार के टिमटिया क्षेत्र की है। यहां बीती रात करीब दो बजकर 40  मिनट पर बादल फट गया। इससे मलबे में दबने से राम सिंह (60 वर्ष) पुत्र दयान सिंह की मौत हो गई है। वहीं, धनी देवी (55 वर्ष) पत्नी राम सिंह और चंद्रा देवी (60 वर्ष) घायल हो गए है। ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर घायलो को मलबे से बाहर निकाला। पूरे तल्ला जोहार में रात भर भारी बारिश हुई है। इससे रामगंगा नदी  उफान पर है। क्षेत्र के सभी नदी नालो का जल स्तर बढ़ गया है। सूचना पर पुलिस और राजस्व दल मौके पर पहुंच गया है।

एसडीएम डीडीहाट और पुलिस टीम राया बाजेटा पहुंची, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
दोनों स्थानों पर प्राथमिक विद्यालय में आश्रय स्थल पर अस्थायी भोजन और पानी की व्यवस्था की गयी है। हरदिया नाला और रतिगढ़ के पास नचनी में फूड पैकेट और पीडब्ल्यूडी की टीमें पहले ही साइट और रोड ओपनिंग का काम शुरू कर चुकी हैं।

वहीं, दूसरी घटना चमोली जिले में हुई। यहां गोविंदघाट में बादल फट गया। 100 से ज्यादा घरों, होटलों और दुकानों में बरसाती नालों के उफान के साथ आया मलबा घुस गया। 40 से 50  आवासीय भवन और छह गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। इससे हुए भूस्‍खलन से पार्किंग में खड़े वाहन मलबे में दब गए।

उधर, प्राप्त जानकारी के अनुसार चमोली के थराली क्षेत्र के पिंडरघाटी स्थित गुड़म गांव के जंगल में शनिवार तड़के बादल फटने से गुड़म, थाला, लोल्टी गांवों में भारी तबाही हुई। गदेरों (नाले) के उफान पर आने से गांव में मलबा भर गया। इस दौरान दो महिलाएं मलबे की चपेट में आ गई। आनन-फानन में परिजनों ने दोनों महिलाओं को खींचकर मलबे से बाहर निकाला। तलवाड़ी में तीन मकान और तीन गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं।तलवाड़ी ग्वालदम में भी भूस्खलन से एक गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई। मलबे में मवेशियों के दबे होने की सूचना है।पिंडरघाटी के थराली और देवाल क्षेत्र में शुक्रवार रात को भारी बारिश से लोगों के घरों में मलबा घुस गया। पहाड़ी से अचानक आए मलबे के कारण लोग सहम गये और घरों से भागकर जान बचाई। हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। 

devbhoomimedia

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