लोकतंत्र की रक्षा के लिए हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह कानून देश की आत्मा को तार-तार कर देगा। हालांकि मोदी और शाह को इसकी परवाह नहीं है। उनका एक ही संकीर्ण एजेंडा है। लोगों को आपस में लड़वाओ और असली मुद्दों को छिपाओ। लेकिन, नाइंसाफी सहना सबसे बड़ा अपराध है। इसके लिए संघर्ष करना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष शनिवार को रामलीला मैदान पर पार्टी की ‘भारत बचाओ रैली’ को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बताएं, क्या वह संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष के लिए तैयार हैं? इस पर भीड़ ने तैयार होने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून भेदभाव से भरा है। हमारे देश का बुनियादी स्वभाव ऐसे कदमों की इजाजत नहीं देता है। लेकिन, मैं विश्वास दिलाती हूं, जिनके साथ अन्याय होगा, कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी।
सोनिया ने मौजूदा सरकार को ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ बताते हुए कहा कि देश के ऐसे ही हालात हैं। अर्थव्यवस्था सबसे खराब स्थिति में पहुंच गई है। महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ा है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगारी बढ़ी है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। आखिर सबका साथ-सबका विकास की बात कहां गई? जिस काले धन के लिए नोटबंदी की गई, वह किसके पास है? इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इस दौरान संसद के काम-काज पर भी सवाल उठाए और कहा कि संसदीय समितियों में बगैर चर्चा के विधेयकों को पास कराया जा रहा है।
रैली को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी संबोधित किया और सरकार पर जनता से वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि छह साल पहले सरकार ने जनता से काफी लुभावने वादे किए थे। लेकिन, उनका क्या हुआ, यह सभी को पता है।