Uttarakhand
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ‘‘स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान’’ से किये गए सम्मानित

- राजनीति के क्षेत्र में शुचिता के लिए किया गया सम्मानित
- भ्रष्ट्राचार के विरूद्ध धर्मयुद्ध में सबका सहयोग चाहिए :मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र

- राजनीति और स्वच्छता दोनों में है काफी दुश्मनी
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यदि हम वास्तव में स्वच्छता चाहते है व भ्रष्ट्राचार के विरूद्ध लड़ना चाहते है तो यह धर्मयुद्ध की तरह है। यदि धर्मयुद्ध की तरह लड़ सके तो जीत मिल सकती है। सरकार को भ्रष्ट्राचार के विरूद्ध धर्मयुद्ध में सबका सहयोग चाहिए। राजनीति और स्वच्छता दोनों में काफी दुश्मनी मानी जाती है। क्योंकि यहां मोह व लोभ होता है तथा लालच व दबाव देने वाले भी होते है। सरकार में जिम्मेदार लोग भी जनता के बीच से आते है। राजनीति से साफ निकल जाना जैसे काजल की कोठरी में से साफ निकल जाना माना जाता है। प्रबुद्ध लोग भी ऐसा मानते है कि यह वास्तव में काफी कठिन काम है।
- राजनीति में शुचिता तभी बनी रह सकती है जब होगी पारदर्शिता

- स्व. स्वामी जी की पारदर्शिता की नीति से खनन व शराब माफिया की टूटी रीढ़
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. स्वामी जी की पारदर्शिता की नीति का परिणाम रहा कि राज्य में खनन व शराब माफिया की रीढ़ टूट गई। तरह-तरह के दबावों के होते हुए भी स्वामी जी ने उनकी परवाह नहीं की। स्वामी जी ने बड़े साहस के साथ उसका सामना किया। यह वास्तव में बड़े साहस का कार्य था। हमने जब जिम्मेदारी सम्भाली तो खनन में राज्य सरकार को 410 करोड़ रूपये का राजस्व मिल रहा था। हम टेन्डरिंग में ट्रांसपेरेन्सी लेकर आए तथा ई-टेन्डर शुरू किया। जिसके परिणामस्वरूप हमने 850 करोड़ रूपये से अधिक का राजस्व एक साल में खनन से प्राप्त किया। केवल ट्रांसपेरेन्सी लाकर ऐसा संभव हुआ। पारदर्शिता व अच्छी नीयत का परिणाम रहा कि हम चोरी पर अंकुश लगाने में सफल रहे।
- भ्रष्ट्राचार को समाप्त करने को उठा रहे हैं सख्त कदम

- भ्रष्ट्राचार के प्रति लोगों का बदला है दृष्टिकोण

- सुश्री बछेन्द्री पाल को मिला उत्तराखण्ड गौरव
इस अवसर पर श्री नित्यानन्द स्वामी जनसेवा समिति द्वारा सुश्री बछेन्द्री पाल को उत्तराखण्ड गौरव, स्व. पप्पू कार्की को संगीत अलंकरण, श्रीमती किरन उल्फत गोयल को शिक्षाविद् अलंकरण, श्री पवन अग्रवाल को उद्योग अलंकरण, डा. रामेश्वर पाण्डेय व डा. के. बी. जोशी को चिकित्सा सेवा अलंकरण से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, स्वामी चिदानन्द सरस्वती भी उपस्थित थे।