कम्युनिष्ट पार्टी के दफ्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया हमला, चार घायल

- भाजपा के खिलाफ अभियान चलाएगी सीपीआईएम
- माकपा कार्यालय पर हुए हमले को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त : इंद्रेश मैखुरी
- तीन विधायकों और पदाधिकारियों के खिलाफ सीपीआईएम ने दी तहरीर
देहरादून : भाजपाइयों ने इंदिरा मार्केट लोकल बस स्टैंड स्थित भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के दफ्तर पर केरल में हो रहे हमले का विरोध पर हमला बोल दिया। इस दौरान भाजपाइयों ने कार्यालय पर पथराव किया और सीपीआईएम कार्यकर्ताओं को लाठियों से पीटा। जिसमें सीपीआईएम के चार कार्यकर्ता घायल हो गए। इस मामले में कम्युनिस्ट पार्टी ने भाजपा के तीन विधायकों और पदाधिकारियों समेत कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है।
परेड मैदान स्थित भाजपा महानगर कार्यालय से महानगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल की अगुवाई में भाजपाई करीब बुधवार साढ़े ग्यारह बजे रैली की शक्ल में दर्शनलाल चौक, घंटाघर, गांधी पार्क के सामने से होते हुए लोकल बस स्टैंड पहुंचे। यहां पर पहले से मौजूद पुलिस फोर्स ने भाजपाइयों को आगे बढ़ने से रोका, लेकिन भाजपा नेता और कार्यकर्ता पुलिस कर्मियों को धक्का देते हुए आगे बढ़ गए और सीपीआईएम दफ्तर पर धावा बोल दिया।
सीपीआईएम कार्यालय में हमला करने से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ अभियान छेड़ने का फैसला लिया है। सीपीआईएम कार्यालय में हुई बैठक में वक्ताओं ने भाजपा की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भाजपा विधायकों और नेताओं की मौजूदगी में सीपीआईएम कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया। यह सब कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ।
गौरतलब हो कि छह साल पहले भी भाजपा के शासन में इन्हीं तत्वों ने पार्टी कार्यालय पर हमला किया था। सीपीआईएम भाजपा की तानाशाही के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी। वक्ताओं ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि सीपीआईएम इसका करारा जवाब देगी। बैठक में पार्टी राज्य सचिव राजेंद्र सिंह नेगी, जिला सचिव राजेंद्र पुरोहित, वीरेन्द्र भण्डारी, कमरुद्दीन, लेखराज, अनंत आकाश, देवेन्द्र रावल, गगन गर्ग, दमयंती नेगी, मिथलेश, अरविन्द, मनीष, हिमांशु, शम्भू प्रसाद ममगाईं, रंजन सोलंकी, संतोष श्रीवास्तव, रविन्द्र नौडियाल, यूएन बलूनी आदि मौजूद थे।
वहीँ इस मामले में राज्य कमेटी सदस्य इंद्रेश मैखुरी ने देहरादून में माकपा के कार्यालय पर भाजपा द्वारा हमला किये जाने की, भाकपा(माले) तीव्र भर्त्सना की है।उन्होंने यहाँ जारी एक बयान में कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि भाजपा इस तरह की खुली गुंडागर्दी पर उतर आई है।यह देश भर में भ्रष्टाचार और आर्थिक मोर्चे पर निरन्तर होती फजीहत से ध्यान हटाने की भाजपा की कोशिश है।
उन्होंने कहा यह शर्मनाक है कि माकपा कार्यालय में हमले का नेतृत्व करने वालों में देहरादून के मेयर और विधायक विनोद चमोली, विधायक मुन्ना सिंह चौहान और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरबंस कपूर शामिल थे,वह दर्शाता है कि भाजपा में न्यूनतम राजनीतिक शिष्टाचार भी नहीं बचा है। यदि शहर का प्रथम नागरिक-मेयर,विधायक और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ही गुंडागर्दी में लिप्त हो जाएंगे तो फिर कानून व्यवस्था को ध्वस्त होने से कौन बचा सकता है। इन सब का हमलावरों की अगवाई करना दर्शाता है कि माकपा कार्यालय पर हुए हमले को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त था।
देश की सभी वामपंथी ताकतें इस तरह की गुंडागर्दी का मुंहतोड़ जवाब देंगी.मजदूर-किसानों के हक में लड़ने वालों पर इस तरह के सत्ता संरक्षित हमलों से घबराने वाले नहीं है.साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करने,मंहगाई, बेरोजगारी, किसानों,मजदूरों की बदहाली के खिलाफ वाम-जनवादी ताकतें लड़ाई को और तेज करेंगी और निर्णायक शिकस्त देंगी.