CRIME
आंचल पांधी मामले में हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई जांच शुरू

- -पीड़ित परिवार पहुंचा सीबीआई ऑफिस
- हाईकोर्ट ने दिए आंचल पांधी की मौत मामले की सीबीआई जांच के आदेश
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । साल 2017 के चर्चित हाई प्रोफाइल केस आंचल पांधी मर्डर की सीबीआई जांच शुरू हो गई है। आज पीड़ित परिवार सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ देहरादून बसंत विहार स्थित सीबीआई ऑफिस पहुंचा। परिवार से मिले साक्ष्य के आधार पर सीबीआई केस की आगे जांच करेगी।
दरअसल, कल ही मामले को लेकर लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद सीबीआई टीम कल मामले की जांच के लिए लखनऊ से देहरादून पहुंची थी। बता दें कि साल 2017 में 13 और 14 फरवरी की रात को राजपुर थाना क्षेत्र के एक पॉश अपार्टमेंट में आंचल पांधी की लाश पंखे से संदिग्ध अवस्था में लटकी मिली थी। घटना के बाद मृतक आंचल के पिता अनिल कोहली ने आंचल के पति राहुल पांधी और उसकी मां सहित दो बहनों पर हत्या का आरोप लगाया था। शिकायत के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इस हाई प्रोफाइल चर्चित मामले में अबतक राजपुर थाना सीबीआई टीम और सीबीसीआईडी जांच हो चुकी है। बावजूद इसके मामले का खुलासा ने होने की वजह से मृतक आंचल के पिता अनिल कोहली ने हाई कोर्ट से सीबीआई जांच की मांग की थी।
लंबे समय बाद सीबीआई लखनऊ शाखा ने राहुल पांधी व उसके परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की। देहरादून स्थित सीबीआई ऑफिस में फिलहाल पीड़ित परिवार से पूछताछ चल रही है। माना जा रहा है कि सीबीआई की जांच से हत्यारोपी राहुल पांधी परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। माना जा रहा है कि सीबीआई जांच शुरू होते ही आरोपी राहुल पांधी और उसका परिवार भूमिगत हो सकता है क्योंकि इससे पहले भी जांच के दौरान परिवार गायब होता रहा है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2017 को मसूरी डायवर्जन स्थित राजपुर हाईट्स अपार्टमेंट के एक फ्लैट में आंचल पांधी फंदे पर झूलती मिली थी। घटना के बाद आंचल के पिता अनिल कोहली ने बेटी के पति राहुल पांधी पर हत्या का आरोप लगाते हुए राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। घटना का सच सामने लाने की मांग को लेकर यह मामला सोशल मीडिया में भी छाया रहा। सड़कों पर जगह-जगह कैंडल मार्च निकाले गए और पुलिस जांच पर सवाल खड़े किए गए थे। इसके बाद पुलिस महानिदेशक के आदेशों पर मामले की जांच एसओ राजपुर से हटाकर उस वक्त एसपी ग्रामीण रहीं श्वेता चौबे को दी गई थी। उन्होंने मौके पर मिले ब्लड सैंपल से डीएनए जांच, विसरा रिपोर्ट व अन्य वैज्ञानिक और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर इसे आत्महत्या माना था। इसके बाद मुकदमा को हत्या से आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में तरमीम कर दिया गया। इसमें पति राहुल पांधी, सास व आंचल की दो नंदों को आरोपी बनाया गया। जांच के बाद पुलिस ने राहुल पांधी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था। दो महीने जेल में रहने के बाद वर्तमान में राहुल पांधी जमानत पर है।