बागेश्वर से हल्द्वानी जा रही बस को मलवे ने धकेला 50 फिट गहरी खाई में

चालक के तुरंत निर्णय से बची 20 सवारियों की जान
बागेश्वर : पहाड़ों से हो रहे भू-स्खलन ने पर्वतीय इलाकों की सड़कों दशा बदलकर रख दी है। बागेश्वर से हल्द्वानी जा रही केएमओ की बस भी अचानक भूस्खलन के चपेट में आ गई और सड़क किनारे खड़ी बस को पहाड़ से आने वाले मलबे ने अपने चपेट में ले लिया जिसने बस को करीब 50 मीटर नीचे खाई की तरफ धकेल दिया, और बस मलवे में फिसलते हुए चीड़ के पेड़ पर जाकर अटक गई। बस में यात्रा कर रहे किसी सवारी ने यह वीडियो हमें भेजा है आप भी देखिये …
इस घटना बस ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए गाड़ी में बैठे 20 सवारियां को भूस्खलन के पास ही पहले उतार दिया था । जिससे बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बस सुबह साढ़े छह बजे केएमओ की बस यूके-04, 0541 हल्द्वानी के लिए रवाना हुई थी और बस में करीब 20 स्थानीय सवारियां बैठी थी। इस दौरान बस ने बागेश्वर से हल्द्वानी की तरफ करीब 20 किमी का सफर भी तय कर लिया था ।
लेकिन रैखोली के समीप ड्राइवर ने दूर से भूस्खलन होते देख लिया था जिससे उसने सभी सवारियों को गाड़ी से उतरने को कहा। सवारियों के उतरंने के बाद ड्राइवर भी गाड़ी से नीचे उतर गया था । इसी बीच अचानक भूस्खलन इतनी तेजी से हुआ कि वे बस को पीछे की ओर सुरक्षित स्थान तक नहीं ले जा पाया और बस पहाड़ी से आ रहे मलबे की चपेट में आने से करीब 50 मीटर नीचे खाई में फिसलते हुए जा पहुंची और आगे एक चीड़ के पेड़ पर जाकर अटक गई।
बस कंडक्टर अर्जुन सिंह ने बताया कि ड्राइवर ने यदि समय रहते सभी सवारियों को उतारने का निर्णय नहीं लिया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था ।बस कण्डक्टर ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं हालाँकि आपा-धापी में कुछ सवारियों का सामान बस के साथ नीचे चला गया है ,लेकिन सबकी जान बच गयी कुछ बस कण्डक्टर ने बताया कि बस हल्द्वानी के खीम सिंह चौहान की है। वहीँ केएमओ के इचांर्ज धरणीधर जोशी ने कहा कि सवारियों को दूसरी गाड़ी से हल्द्वानी भेजा गया ।