मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित प्रदेश के पांचों सांसद और संघ के मुख्य नेताओं ने की बैठक में शिरकत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून: CAA (नागरिकता संशोधन एक्ट) को लेकर भाजपा की ओर से चलाए जाने वाले जनजागरण अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी भागीदारी निभाएगा। संघ और भाजपा के मध्य हुई समन्वय बैठक में इस पर सहमति बनी। इस मौके पर देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुद्दे पर हुई चर्चा में कहा गया कि तीर्थ पुरोहितों से समन्वय स्थापित कर उन्हें जानकारी दी जाए कि हक-हकूकधारियों के हितों पर कोई चोट नहीं होगी। बैठक में पलायन समेत कई मसलों पर भी मंथन हुआ।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ”निशंक” के देहरादून स्थित आवास पर पर हुई समन्वय बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पांचों सांसद और संघ के मुख्य नेताओं ने शिरकत की। सूत्रों के अनुसार सात घंटे चली मैराथन बैठक में सीएए समेत अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के विरोध पर भी चर्चा की गई।
सूत्रों के अनुसार बैठक में कहा गया कि CAA, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति जैसे फैसलों को लेकर आम जनता के बीच पहुंचना आवश्यक है, ताकि विपक्ष की ओर से फैलाए जा रहे भ्रम को दूर किया जा सके। इस मौके पर आम लोगों तक पहुंचने और इस अभियान में संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका के संबंध में रणनीति तय की गई। बताया गया कि CAA को लेकर भाजपा 25 दिसंबर से सूबे में जनजागरण अभियान शुरू करने जा रही है।
चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर चारधाम के तीर्थ पुरोहितों के विरोध का जिक्र करते हुए कहा गया कि इसमें चारधाम व उसके नजदीकी मंदिरों को लिया गया है। इसमें हक-हकूकधारियों के हितों को भी सुरक्षित रखा गया है। कहा गया कि ये बात हक-हकूकधारियों तक पहुंचे, इसके लिए उनसे समन्वय स्थापित कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाना आवश्यक है।
सूत्रों के अनुसार बैठक में राज्य के सीमांत गांवों से पलायन पर चिंता जताते हुए इसे रोकने को प्रभावी पहल की जरूरत बताई गई। इस क्रम में सीमावर्ती गांवों में सुविधाओं के विस्तार व रोजगार के साधन विकसित करने के साथ ही ग्राम प्रहरी या सीमा प्रहरी के तौर पर मानदेय का सुझाव दिया गया।
उच्च शिक्षा की चर्चा में इसमें सुधार की गुंजाइश बताते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में अभी बहुत काम किया जाना बाकी है। बैठक में गन्ना किसानों को भुगतान, शिक्षा में मानकों के सरलीकरण, संस्कृत शिक्षा समेत अन्य कई मुद्दों पर भी विमर्श हुआ। बैठक में मौजूद राज्य के पांचों सांसदों रमेश पोखरियाल निशंक, अजय भट्ट, माला राज्यलक्ष्मी शाह, तीरथ सिंह रावत व अजय टम्टा ने अपने क्षेत्र के विकास की रूपरेखा भी रखी।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक आलोक, प्रांत प्रचारक युद्धवीर, संपर्क प्रमुख सुरेंद्र मित्तल, विद्या भारती के संगठन मंत्री भुवन, हिन्दू जागरण मंच के भगवान, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार आदि मौजूद थे।