Uttarakhand

लोकायुक्त पर भाजपा ने भी मारी पलटी कहा इसकी नहीं जरूरत

उत्तरकाशी : उत्तराखंड में लोकायुक्‍त को लेकर अभी तक हो हल्ला करने वाली बीजेपी की सरकार सत्ता में आते ही पलट गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड को लोकायुक्त की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री के इस ताज़ा बयान से उत्तराखंड की जनता एक बार अपने को फिर ठगा सा महसूस करने लगी है।

सूबे की जनता का कहना है की चलो आपकी निष्ठा पर तो हम अभी कुछ नहीं कहते लेकिन पिछली सरकारों के दौरान राज्य में जो गड़बड़ घोटाले हुए उनकी जांच और उनके परिणाम तो मम से काम सामने आ ही जाने चाहिए लिहाज़ा सूबे में लोकायुक्त जरुरी है।

वहीं उन्होंने कहा क‌ि शराब से पैसे कमाना प्रदेश सरकार की नीति नहीं है। शराब को धीरे-धीरे उत्तराखंड से खत्म कर देंगे। अभी तत्काल शराब को पूर्ण रूप से बंद कर दिया तो दो हजार करोड़ का राजस्व मिलना बंद हो जाएगा और ऐसी स्थिति में कर्मचारियों का वेतन देना मुश्किल हो जाएगा।

शराब को पूर्ण रूप से बंद करने से पहले हमें आय के दूसरे संसाधन मजबूत करने पड़ेंगे। हालांकि, फिलहाल राज्य में शराब की दुकान खुलने का समय घटाकर 6 घंटे कर दिया है।

जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां लोनिवि गेस्ट हाउस परिसर में पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। देर शाम जिला सभागार में अधिकारियों की बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री केदारघाट पर गंगा आरती में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लोकायुक्त की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा वे ऐसी सरकार देंगे कि लोकायुक्त की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। भ्रष्टाचार की लड़ाई धर्मयुद्ध की तरह लड़ेंगे, ताकि किसी को उंगली उठाने का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर 70 प्रतिशत भी अंकुश लगा दिया तो विकास खुद ही दिखने लगेगा।

सीमित वित्तीय संसाधनों के बीच राज्य की आय एक हजार करोड़ तक पहुंचाने का उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत की कल्पना की है, लिहाजा स्वच्छता के अभियान को आगे बढ़ाना है।

devbhoomimedia

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