शव मिलने पर डालूवाला गांव के ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच किया हंगामा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
रुड़की : कलियर के डालूवाला गांव निवासी और जंगल से घर की तरफ लौट रहे दपंती को हाथी ने पटक-पटककर मौत के घाट उतार डाला। जानकारी के अनुसार यह घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है। दोनों के शव रविवार दोपहर शव जंगल के रास्ते में पड़े हुए मिले। दंपती हजाराग्रंट गांव से सामान लेकर जंगल के रास्ते अपने घर आ रहे थे। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर जाकर हंगामा किया। पुलिस ने समझा-बुझाकर किसी तरह से शव को कब्जे में लिया है।
मिली जानकारी मुताबिक़ बुग्गावाला क्षेत्र के डालूवाला गांव निवासी करम सिंह (70 वर्ष) और उसकी पत्नी लीला देवी (65 वर्ष) सामान खरीदने के लिए हजाराग्रंट गांव गए थे। शनिवार शाम करीब चार बजे पति-पत्नी पैदल ही जंगल के रास्ते गांव लौट रहे थे कि खानपुर वन रेंज की हजाराग्रंट बीट में जंगल के रास्ते हाथी ने इन्हें मौत के घाट उतार दिया। शाम करीब छह बजे कुछ अन्य ग्रामीण इधर से निकल रहे थे, लेकिन यहां पर हाथी का झुंड देख ग्रामीण दूसरे रास्ते से अपने गांव चले गए। देर रात तक जब दंपती घर नहीं पहुंचे तो उनके परिजनों को चिंता हुई। परिजनों ने उनकी तलाश की, लेकिन रात तक कहीं कोई पता नहीं चला।
रविवार दोपहर को जब कुछ ग्रामीण इसी रास्ते से निकल रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने दोनों शव जंगल में देख इसकी सूचना सिडकुल थाने को दी। सूचना मिलने पर एसआइ प्रशांत बहुगुणा और वन विभाग के रेंजर एनएल डोभाल घटनास्थल पर पहुंचे। दंपती के शव मिलने पर डालूवाला गांव के ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे और हंगामा किया। ग्रामीणों ने परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की। पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत किया।
पुलिस ने दंपती के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजे हैं। सिडकुल थाना प्रभारी प्रशांत बहुगुणा ने बताया कि घटनास्थल के आसपास हाथी के पांव के निशान मिले हैं। इसके अलावा जहां पर शव पड़े थे वहां पर शनिवार शाम ग्रामीणों ने हाथी देखे थे। जिससे जाहिर है कि हाथी ने ही दंपती को मौत के घाट उतारा है।