विवादित बोलों से पार्टी को असहज करते रहे हैं भाजपा विधायक
भाजपा ने एक समुदाय को लेकर दिए बयान से झाड़ा पल्ला
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : भाजपा संगठन अपने बेकाबू हो रहे विधायकों को काबू में करने पर सफल नहीं हो पा रहा है। पिछले एक साल के दौरान भाजपा के कई विधायकों ने पार्टी अनुशासन की सीमा रेखा को पार कर पार्टी अनुशासन को तार -तार किया है, जिससे पार्टी की कई बार छिछालेदारी हुई है। पार्टी विधायकों के एक के बाद एक सामने आ रहे विवादित बोल से साफ़ हो रहा है कि पार्टी संगठन का विधायकों और कार्यकर्ताओं पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। सभी अपनी ढपली अपना राग बजाकर पार्टी के अनुशासन को धत्ता बता रहे हैं। बीते लगभग छह महीनों के अन्तराल में पार्टी में हुई अनुशासनहीनता के मामलों पर यदि नज़र डाली जाय तो पार्टी ने जहां खानपुर विधायक चैम्पियन को अनुशासन हीनता के आरोपों के चलते पार्टी से बाहर किया है वहीं पार्टी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान लगभग एक सौ छोटे -बड़े कार्यकर्ताओं पर अनुशासन का चाबुक चलाते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। इन सभी पर आरोप है कि ये पार्टी समर्थित प्रत्याशियों के खिलाफ़ काम कर रहे थे।
इन सब मामलों के बीच रायपुर क्षेत्र से विधायक उमेश शर्मा काऊ के सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो प्रकरण सामने आ गया। चर्चा है इस विवादित ऑडियो में वे पंचायत चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ अपने प्रत्याशी को जिताने की बात कहते नज़र आ रहे हैं। जबकि विधायक काऊ के ऑडियो मामले में रविवार सायं (आज) पार्टी का निर्णय लंबित है।
इसी बीच ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर का भी विवादित वीडियो सोशल मीडिया में तैरता नज़र आया। हालांकि राठौर के स्पष्टीकरण के बाद उन्हें राहत मिल गई थी। लेकिन यह मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब रुद्रपुर से विवादों में रहने वाले भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल का एक विवादित वीडियो वायरल हुआ है । जिसमें उनके द्वारा कहा जा रहा है कि मुझे मुसलमानों के वोट की जरूरत नहीं, मैं उनके घर का नहीं खा सकता हूँ जिंदगी में कभी किसी मुसलमान के दरवाजे पर नहीं जाऊंगा ना कोई मुसलमान मेरी सभा और दरवाजे पर ना आए।
मामले के सोशलमीडिया पर छाने के बाद भाजपा संगठन ने उनके इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए परीक्षण कराने का फैसला किया।जबकि उधर, ठुकराल ने सफाई देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 2011 का है।
गौरतलब हो कि भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल का हमेशा ही विवादों से नाता रहा है विधायक द्वारा कई बार विवादित बयान दिए गए हैं लेकिन वे इन बयानों के सुर्खियों में आ जाने के बाद माफ़ी भी मांगते रहे हैं लेकिन फिर किसी न किसी बयान के कारण चर्चाओं में वे जानबूझकर आते हैं या उनकी जुबान पर उनका नियंत्रण नहीं रहता यह तो वही जाने लेकिन उनके बयानों से पार्टी की फजीहत जरुर हो जाती रही है।
वैसे तो उनके विवादित बयानों और कृत्यों की फेहरिस्त काफी लम्बी है लेकिन जो मामले सुर्खियों में आये उनमें विधायक राजकुमार ठुकराल द्वारा कुछ समय पहले सीपीयू की महिला दरोगा को थप्पड़ मारना,रामलीला के मंचन पर भी रावण का किरदार का मंचन करते हुए विधायक द्वारा सीता को अपनी जान बताना,और अब एक समुदाय के खिलाफ टिप्पणी को लेकर वे सुर्ख़ियों में रहे हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी शर्मनाक बताया है मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि यह बहुत ही गलत बात है अगर कोई जिम्मेदार व्यक्ति इस तरह के बयान देता है तो यह बहुत ही निंदनीय है।उन्होंने कहा इस तरह के अगर कोई बयान देते हैं तो यह बहुत ही अपातिजनक बात है यह बिल्कुल भी ठीक बात नहीं है और उचित भी नहीं है। उन्होंने विधायक राजकुमार ठुकराल को नसीहत देते हुए यह भी कहा कि ऐसे बयानों को देने से पहले सोच विचार जरूर करें क्योंकि इस तरह के बयान किसी भी हाल में किसी भी जनप्रतिनिधि को नहीं देने चाहिए।
वहीं मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने साफ़ -साफ़ कहा कि विधायक ठुकराल ने चर्चित वीडियो में जो कहा गया, वे विधायक के अपने विचार हो सकते हैं, भाजपा का इनसे कोई संबंध नहीं है। भाजपा जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र व भाषा किसी भी आधार पर किसी से कोई भेद नहीं रखती। भाजपा प्रधानमंत्री के मंत्र ‘सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास’ में विश्वास रखती है।
प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि वीडियो प्रकरण को पार्टी ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि विधायक ठुकराल को नोटिस भेजा जा रहा है। विधायक को एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। इसके आधार पर पार्टी आगे की कार्यवाही करेगी। यदि वह स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो पार्टी एकतरफा अनुशासनात्मक कार्रवाई को मजबूर होगी।