बड़ी ख़बर : DGP द्वारा सुरक्षित चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रीनगर में अधिकारियों के साथ की गई गोष्ठी
पुलिस महानिदेशक,उत्तराखंड द्वारा सुगम व सुरक्षित चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रीनगर में अधिकारियों के साथ की गई गोष्ठी।
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा महिला थाना श्रीनगर में चारधाम यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु जनपद के पुलिस अधिकारियों के साथ गोष्ठी की गयी जिसमें निम्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी :
चारधाम यात्रा के दृष्टिगत पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग व चमोली के जनपद प्रभारी आपस में समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने जनपदों से धामों हेतु प्रस्थान/आगमन करने वाले श्रद्धालुओं/यात्रियों व वाहनों की संख्या के सम्बन्ध में सम्बन्धित वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक को दूरभाष/व्हाट्सएप आदि के माध्यम से समय से अवगत करायें व उसी के अनुरुप यातायात प्लान लागू करें।
आगामी चारधाम यात्रा के दृष्टिगत कस्बा श्रीनगर चारधाम यात्रा का केन्द्र बिन्दु है यहाँ पर केदारनाथ एवं बद्रीनाथ यातायात का दबाव अधिक होने के कारण वाहनों को श्रीनगर में रोका जा रहा। अतः यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने हेतु सभी कार्मिकों को तत्परता व ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करने व यात्रियों के साथ मधुर एवं विनम्र व्यवहार करने हेतु निर्देशित किया गया। अगर किसी कार्मिक द्वारा अभद्रता की जाती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
चारधाम यात्रा/पर्यटन सीजन के दृष्टिगत जनपद प्रभारी यात्रा रूटों पर आवश्यकतानुसार पुलिस एंव यातायात पुलिस के कार्मिकों को नियुक्त करते हुए यातायात व्यवस्था का सुचारू रूप से संचालन कराना सुनिश्चित करें ।
चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों/श्रद्धालुओं के वाहनों को जहां पार्किंग में रोका जा रहा वहां पर पानी, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के साथ भी समन्वय स्थापित कर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति तथा श्रद्धालुओं की अत्याधिक संख्या में वृद्धि होने की सम्भावनाओं के दृष्टिगत अपने-अपने जिला मजिस्ट्रेटों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए श्रद्धालुओं के ठहरने आदि के सम्बन्ध में स्थानों को चिन्हित कराते हुए वैकल्पिक व्यवस्थायें समय से पूर्ण करा ली जाये।
यात्रामार्ग में वाहनों को रोकने या डायवर्ट करने पर पी.ए सिस्टम, लाउड हेलरों एवं सोशल साइट्स जैसे माध्यमों का प्रयोग कर यात्रियों को अवगत कराते रहें।
स्थानीय नागरिकों व तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानियाँ ना हो इसका पूर्ण ध्यान रखा जाय।
देवभूमि के बारे में सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफार्म पर दुष्प्रचार करने वालों के विरुद्ध भी कार्यवाही करनी हेतु निर्देशित किया गया ।