केद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में बदलाव कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, शैक्षणिक सत्र 2024-25 से देशभर के शैक्षणिक ढांचे में नए सत्र से नौवीं और 10वीं में विद्यार्थियों को 10 विषय पढ़ने होंगे और प्रत्येक में पास होना अनिवार्य होगा। वहीं 12वीं में विद्यार्थियों को कुल छह विषय पढ़ने होंगे और प्रत्येक में पास होना अनिवार्य होगा।
सीबीएसई के शैक्षणिक सत्र 2024-25 से कक्षा 9वीं, 10वीं में छात्रों को 10 विषय पढ़ने होंगे, वहीं 12वीं कक्षा के छात्रों को कुल छह विषय का अध्ययन करना होगा। यही नहीं सीबीएसई 10वीं और 12वीं के छात्रों को सभी विषयों में पास होना अनिवार्य होगा। बता दें कि अब तक कक्षा 10वीं में स्टूडेंट अधिकतम नौ विषय चुन सकते थे, लेकिन वे छह विषय ही चुनते थे और उनका केवल पांच विषय में ही उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता था। जबकि सीबीएसई कक्षा 12वीं के छात्र सात विषय चुन सकते थे, जिसमें एक विषय वैकल्पिक होता था। इनमें पांच विषयों में छात्रों का पास होना अनिवार्य होता था।
सीबीएसई कक्षा 10वीं में अब तीन भाषाएं होंगी, जिसमें दो भाषाएं भारत में बोली जाने वाली होगी। सीबीएसई बोर्ड कक्षा 10वीं में सात मुख्य विषय होंगे, इसमें मैथ और कम्युटेशनल थिंकिंग, सोशल साइंस, साइंस, आर्ट्स, एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन एंड वेलनेस, प्रोफेशनल एजुकेशन शामिल हैं। छात्रों को सभी विषयों में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। वहीं कक्षा 12वीं में अब छात्रों को एक के बजाय दो लैंग्वेज पढ़ना होगा। दो में से एक भाषा भारत में बोली जाने वाली होगी, वहीं चार मुख्य और एक वैकल्पिक विषय होंगे। नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCRF) के तहत इन विषयों को तीन ग्रुपों में बांटा गया है. छात्रों को दो ग्रुप से चार विषयों का चयन करना होगा।