BIG BREAKING NEWS “धामी बनाम त्रिवेंद्र का झूठा नैरेटिव – आखिर फायदा किसे?”

देहरादून। उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों एक बार फिर हलचल मची हुई है। सत्ता के गलियारों में यह खबर तेजी से फैल रही है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हटाकर उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कमान दी जा सकती है। इस अफवाह ने प्रदेश की राजनीति में गरमी बढ़ा दी है।
हालाँकि भाजपा संगठन और सरकार की ओर से इन खबरों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री धामी मज़बूती से नेतृत्व कर रहे हैं और ऐसी अफवाहों का कोई आधार नहीं है।
लेकिन बड़ा सवाल यही है कि आखिर इन अफवाहों को हवा कौन दे रहा है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की खबरें तीन तरफ़ से फैल सकती हैं—
विपक्ष : जो सरकार की स्थिरता पर सवाल खड़े करना चाहता है।
भीतर के असंतुष्ट गुट : जिन्हें वर्तमान नेतृत्व में अपनी पकड़ ढीली लग रही है।
सोशल मीडिया पर सक्रिय अफवाहबाज़ : जो दोनों नेताओं के बीच गलतफहमियाँ पैदा करना चाहते हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि यह एक सोची-समझी साज़िश है, ताकि मुख्यमंत्री धामी और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच अविश्वास का माहौल बनाया जा सके।
फिलहाल, भाजपा नेतृत्व ने साफ़ किया है कि संगठन पूरी तरह एकजुट है और इन अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। लेकिन सियासी हलकों में चर्चा यही है कि अगर ऐसी खबरें लगातार फैलाई जाती रहीं, तो ये दोनों नेताओं की छवि और रिश्तों को नुकसान पहुँचा सकती हैं।