UTTARAKHAND

कुम्भ के सभी स्थायी प्रकृति के काम दिसम्बर माह तक कर लिए जाएं पूरे : सीएम

कुंभ मेला क्षेत्र का सौंदर्यीकरण कार्य समय पर पूरा किया जाए

सभी स्थायी प्रकृति के कार्य दिसम्बर तक पूरे करने के सीएम ने दिए निर्देश

हरिद्वार में बनेगा एक हज़ार बेड का कोविड केयर सेंटर,493 चिकित्सकों की हो रही व्यवस्था

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कुम्भ मेला 2021 की समीक्षा करते हुए कहा कुम्भ मेले के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बरकरार रखते हुए कोविड के दृष्टिगत सुरक्षित आयोजन किया जाना है। इस संबंध में अखाड़ों के संत महात्माओं का मार्गदर्शन और सहयोग लिया जाएगा। कुम्भ के सभी स्थायी प्रकृति के काम दिसम्बर माह तक पूरे कर लिये जाएं। अस्थायी कामों के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। मुख्य सचिव हर सप्ताह कुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करें। स्वास्थ्य विभाग सामान्य रूप से होने वाली तैयारियों के साथ ही कोविड के दृष्टिगत भी योजना बनाकर काम करें।

एक दिन में 50 लाख तक श्रद्धालुओं की स्नान की व्यवस्था 

शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि कुंभ मे दौरान आम श्रद्धालुओं के आने जाने पर कोई रोक नहीं रहेगी, अलबत्ता सरकार मुख्य शाही स्नान के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित कर सकती है।
कौशिक ने बताया कि हरिद्वार के सभी 106 घाटों को मिलाकर, यहां एक दिन में अधिकतम 50 लाख तक श्रद्धालु सोशल डिस्टेंस के साथ स्नान कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कुंभ मेला क्षेत्र में आकर रुकने वाले लोगों पर निर्णय अखाड़ों को लेना होता है। इसलिए इस पर अंतिम निर्णय दिसंबर में ही अखाड़ा परिषद के साथ विचार विमर्श कर लिया जाएगा। सरकार अपनी तरफ से तैयारी पूरी रखेगी। 
उन्होंने कहा स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि हरिद्वार व ऋषिकेश में कूड़ा निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। कुम्भ का आयोजन दिव्य और भव्य होगा। मेला क्षेत्र का सौंदर्यीकरण समय पर पूरा कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धर्मशालाओं, आश्रमों व होटलों को कोविड के दृष्टिगत क्या करें और क्या न करें, की मार्गदर्शिका उपलब्ध कराने के साथ ही वहां काम करने वालों को यथासम्भव प्रशिक्षित किया जाए। सभी काम समय पर पूरे हो, इसके लिए दो शिफ्ट में भी काम किया जा सकता है। व्यापार मंडल के सहयोग से अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाए। हरिद्वार में सड़कों को जल्द से जल्द दुरूस्त किया जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ समन्वय स्थापित कर जरूरी काम कराए जाएं।
बैठक में मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुम्भ मेले के विभिन्न कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। बताया कि हरिद्वार के कूड़ा निस्तारण के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इस पर लगभग 35 करोड़ रूपए का व्यय अनुमानित है। हरिद्वार में 1000 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। लगभग 493 चिकित्सकों की व्यवस्था की जा रही है। एम्बुलेंस की भी आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जा रही है। बाईक एम्बुलेंस और बोट एम्बुलेंस के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे कुम्भ मेला क्षेत्र को 23 सेक्टर में विभाजित किया गया है। किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए अतिरिक्त टीमें रिजर्व में रहेंगी। अधिकारियों के लिंक अधिकारी भी नामित किए जाएंगे।
बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव आरके सुधांशु, नितेश झा, शैलेश बगोली, सौजन्या, पंकज पाण्डेय, गढ़वाल मंडल आयुक्त रविनाथ रमन, आईजी अभिनव कुमार, संजय गुन्ज्याल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button
Translate »