निशाने पर आये बहुगुणा ने सरकार की तरफ ही सरका दी गेंद
देहरादून : 2013 में आई केदारनाथ की आपदा में आपदा राहत कार्यों पर खर्च में अनियमितता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाना साधने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब भाजपा नेता विजय बहुगुणा ने भी इस मामले में गेंद हरीश रावत सरकार के पाले में सरका दी है। पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उक्त प्रकरण में कराई गई विस्तृत जांच का परिणाम और दोषियों पर दंडनीय कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।
27 दिसम्बर को परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री के भाषण के बाद सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया जताते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बहाने प्रधानमंत्री और भाजपा पर निशाना साधा था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार व प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा पर हमला बोलते हुए कहा था कि स्कूटर के तेल पीने, पिलाने व चुराने वाले घोटालेबाज नेता मंच पर प्रधानमंत्री के बगलगीर थे।
कांग्रेस और मुख्यमंत्री के प्रवक्ता की ओर से आई टिप्पणी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री विजय बहुगुणा ने भी उक्त मामले में सरकार की तरफ सवाल उछाल दिए हैं। मुख्य सचिव को भेजे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड सूचना आयोग ने अपने 15 अप्रैल, 2015 के निर्णय में जून, 2013 की आपदा राहत कार्यों में कुछ अनियमितताएं पाई थीं।
उन्होंने कहा इनमें वाहन संख्या यूए07ए0881 में चालक द्वारा 25 लीटर डीजल और यूके05ए0840 में 15 लीटर डीजल डलवाया गया, वह स्कूटर का नंबर था। इसी प्रकार जनपद बागेश्वर में आयोग ने आधा किलो दूध को 194 रुपये में खरीदने पर टिप्पणी की थी।
उन्होंने मुख्य सचिव से कहा कि उक्त रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रमुख सचिव उत्तराखंड से विस्तृत जांच कराई थी। उसका क्या परिणाम निकला और यदि कोई कर्मचारी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ क्या दंडनीय कार्रवाई की गई, उसकी जानकारी उन्हें दी जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्र भेजकर मौजूदा सरकार पर उक्त मामले में कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।