Uttarakhand

बदरीनाथ हाईवे खुला , वाहनों की आवाजाही हुई शुरू

26 घंटे बाद खुला बदरीनाथ हाईवे, यात्रा फिर सुचारू

बदरीनाथ। विष्णुप्रयाग के नजदीक हाथीपहाड़ में शुक्रवार को भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे ठप हो गया था। शनिवार को करीब साढ़े छह बजे मलबा हटाकर सडक़ खोल दी गई है। करीब 26 घंटे तक हाईवे बंद रहा। सडक़ खुलने के बाद बदरीनाथ की यात्रा सुचारू हो गई है।

रास्ता बंद होने से रातभर सैंकड़ों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंसे रहे। भूस्खलन के बाद प्रशासन ने लोगों को रास्ते में ही रोक दिया था। पहले खबरें आ रही थी कि 15 हजार से ज्यादा यात्री फंसे हुए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साफ कर दिया कि यात्री सुरक्षित हैं। स्थिति चिंताजनक नहीं है। हां यात्रा रुकी हुई है और 1800 यात्री इससे प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी थी। उधर, सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) की टीम शुक्रवार से ही सडक़ खोलने पर जुटी हुई थी। यहां मलबा हटाने के साथ ही बड़े-बड़े बोल्डर हटाने के लिए उन्हें ब्लास्ट से तोड़ा गया। हालांकि इस बीच बारिश के कारण सडक़ खोलने में बाधा खड़ी हो रही थी।

राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि बदरीनाथ हाईवे खुल गया है। सबसे पहले बीआरओ के ट्रक को पार कराया गया। कुछ देर में पूरी तरह से मार्ग खोल दिया जाएगा। उधर, पुलिस यात्री वाहनों को पास कराने में जुट गई है। सेना और बीआरओ के अधिकारियों के साथ–साथ गढ़वाल कमिशनर समेत डीएम, एसपी मौक़े पर मौजूद हैं। शुक्रवार दोपहर तीन बजकर 23 मिनट पर हाथीपहाड़ में अचानक चट्टान टूट कर गिरने के बाद हाईवे का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।

यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने का बंदोबस्त किया जा रहा था। उनके लिए खान-पान का पूरा इंतजाम था। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों मौसम खराब है और चमोली में हो रही लगातार बारिश ने बदरीनाथ के यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। चमोली जिले में लगातार हो रही बारिश यात्रियों के लिए मुसीबत बन गयी है। जोशीमठ से बदरीनाथ के बीच नेशनल हाईवे पहाड़ी दरकने से बंद हो गया है। सडक़ खोलने के लिए युद्ध स्तर कार्य शुरू हो गया था। चमोली के डीएम आशीष जोशी ने बताया कि गुरुवार रात को बदरीनाथ क्षेत्र में बारिश हो रही थी।

शुक्रवार को मौसम खुल गया। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे जोशीमठ से बदरीनाथ के बीच हाथी पहाड़ नाम जगह पर पहाड़ी दरकने लगी। देखते ही देखते मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर सडक़ पर गिरने लगे। इससे बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। सूचना पर पहुंची बीआरओ की टीम ने मार्ग खोलने का कार्य शुरू कर दिया है। इससे बदरीनाथ की यात्रा रुक गई है। चारधाम यात्रियों के लिए उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। प्रशासन के अनुसार सभी यात्री सुरक्षित स्थानों पर हैं। स्थानीय होटल संचालकों को यात्रियों से एक दिन का किराया न लेने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि बीते साल भी इस स्थान पर सडक़ बाधित हुई थी। 2013 की आपदा में भी इसी स्थान पर भूस्खलन हुआ था। यहां ट्रीटमेंट की बात कही गयी थी, लेकिन ट्रीटमेंट सही से नहीं किया गया।

devbhoomimedia

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