CRIME

ATM फ्रॉड का खुलासा : शातिर साइबर ठग हरियाणा के निकले

90 एटीएम में  हुई साइबर ठगी का खुलासा

जांच के दौरान पता चला कि शातिरों ने एटीएम में लगाई  थी स्कीमर डिवाइस 

साइबर ठगों के CCTV फोटो

देहरादून : उत्तराखंड पुलिस ने देहरादून में सबसे बड़े साइबर क्राइम का खुलासा किया है। पुलिस ने लोगों के खातों से निकाली गई रकम रिकवर कर ली है। राजधानी के विभिन्न बैंकों के एटीएम की क्लोंनिग कर खाताधारकों की धनराशि निकाली जा रही है। घटना की गंभीरता को देखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था के दिशा निर्देशन में देहरादून पुलिस एवं एसटीएफ की टीम गठित की गई थी।

 टीम ने कार्यवाही करते हुए सबसे पहले पीड़ित व्यक्तियों के खाते से हुए ट्रांजेक्शन जानकारी हासिल की। इसके बाद एटीएम चिन्हित किए गए, जहां क्लोंनिग की घटना घटित हुई है। घटना में प्रयुक्त विभिन्न एटीएम से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त की गई। जांच के दौरान सामने आया कि शातिरों ने एटीएम में स्कीमर डिवाइस लगाई है। जिसके जरिये खाताधारकों का डाटा चुराया गया। डाटा के अनुसार साइबर शातिरों ने खाताधारकों की एटीएम क्लोंनिंग कर जयपुर के विभिन्न एटीएम से पैसे निकाले। इसके लिए एक टीम साक्ष्य जुटाने जयपुर भेजी गई थी। पुलिस के अनुसार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु  अपर पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसटीएफ के नेतृत्व में एसटीएफ एवं जनपद देहरादून के निरीक्षक, उपनिरीक्षकों एवं आरक्षियों की अलग-अलग टीम बनाकर सम्बन्धित राज्यों के लिये रवाना की गई है।

सीसीटीवी फुटेज ने आसान की जांच की राह 

गठित टीम द्वारा प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से देखा गया। इस दौरान सामने आया कि एक जुलाई से आठ जुलाई के बीच शातिरों ने एटीएम क्लोनिंग की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने इस तारीख के बीच देहरादून के होटल एवं धर्मशालाओं से जानकारी जुटाई। ये संबंधित एटीएम के आस-पास ही ठहरे थे। होटल और धर्मशालाओं में कुछ संदिग्ध लोगों के रुकने की जानकारी प्राप्त हुई। वहां से सीसीटीवी फुटेज और अन्य दस्तावेज प्राप्त किए गए। होटल और धर्मशालाओं से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का मिलान बैंकों के सीसीटीवी फुटेज से किया गया। इसमें कुछ संदिग्धों के फोटोग्राफ एवं आईडी मिल गए। पुलिस ने कुछ संदिग्धों के मोबाइल नंबरों का तकनीकी विशलेषण किया तो आरोपियों की लोकेशन झझर, रोहतक और हरियाणा के अन्य जिलों व आसपास के क्षेत्रों में पाई गई। एसटीएफ और पुलिस की टीमों ने यहां दबिश दी। इस दौरान एक संगठित गिरोह द्वारा इस वारदात को अंजाम देने का खुलासा हुआ। पुलिस के अनुसार इसमें रामबीर, सुदेश और जगमोहन सभी निवासी झझर हरियाणा शामिल थे। 

आरोपियों ने विभिन्न खातों में जमा कराए 34 लाख रुपये 

इन शातिरों ने घटना को अंजाम देने के लिए सबसे पहले चार जुलाई को 1000 से एक खाता खुलवाया। इसके बाद एक जुलाई से आठ जुलाई के मध्य देहरादून में ही रहकर एटीएम में स्कीमर लगाकर क्लोंनिंग की गई। इसके बाद जयपुर जाकर खाताधारकों एटीएम से पैसे निकाले। इसके बाद आरोपियों ने आरटीजीएस के जरिये विभिन्न खातों में कुल 34 लाख रुपये जमा कराए गए। पुलिस ने इस सभी बैंक खातों को सीज कर दिया है। पीड़ितों की निकाली गई समस्त धनराशि पुलिस द्वारा प्राप्त कर ली है। इसे नियमानुसार संबंधित को वापस किया जाएगा। आरोपियों की की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। मामले में एक महिला के भी शामिल होने का खुलासा हुआ है। 

ये हैं साइबर ठग 

पुलिस को प्राप्त हुये कुछ संदिग्धों के मोबाईल नम्बरों का तकनीकी विशलेषण अभियुक्तगण की लोकेशन झझर, रोहतक व हरियाणा के अन्य जनपदों व आस-पास के क्षेत्रों मे पाई गई। एसटीएफ पुलिस टीम को दबिश के दौरान एक संगठित गिरोह द्वारा उक्त घटना कारित करना प्रकाश में आया तथा अभियुक्तों के नाम प्रकाश मे आये, जो निम्न हैः-
1- रामबीर निवासी झझर, हरियाणा।
2- सुदेश, निवासी झझर, हरियाणा।
3- जगमोहन, निवासी झझर, हरियाणा।

devbhoomimedia

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