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किसानों के लिए 23 मार्च से सत्याग्रह करेंगे अन्ना हजारे

  • ‘सत्याग्रह’ से देंगे उद्योगपतियों की सरकार को जवाब : अन्ना 

रायवाला (देहरादून) : समाज सेवी अन्ना हजारे ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम रही है। केंद्र सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है। देश भर में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। क्योंकि किसानों को उपज का सही मूल्य नहीं मिलता इसलिए वह खुदकुशी कर रहे हैं। केंद्र सरकार के अभी तक के कार्य समाज हित में नहीं हैं। किसानों व शोषित वर्ग की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा। गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जनता से वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने केंद्र सरकार को उद्योगपतियों की सरकार करार दिया।

इसके साथ ही उन्होंने सरकार से किसानों को पांच हजार रुपये मासिक पेंशन देने और उनकी लागत से अधिक मूल्य दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों को तत्काल जीएसटी के दायरे से बाहर करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व 30 दिन में विदेशों से कालाधन लाकर प्रत्येक नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वायदा किया था, लेकिन चार साल में विदेशों में जमा कालेधन की एक फूटी कौड़ी भी सरकार नहीं ला पाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार आमजन को भूलकर उद्योगपतियों की खिदमत में लगी है, उसे जनता की कोई फिक्र ही नहीं है।

यह बात रायवाला पंहुचे समाज सेवी अन्ना हजारे ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकार उद्योगपतियों को बढ़ाने के प्रयास में जुटी है, लेकिन अब सरकार के इस खेल को खत्म करना होगा। इसके लिए पूरा देश उनके साथ 23 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में देश का दूसरा सबसे बड़ा आंदोलन करने जा रहा है। इस बार देश के किसानों को कर्ज मुक्त बनाने और लोकपाल बिल पारित कराने की लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके लिए वह देश के 20 राज्यों में लोगों से मिल चुके हैं। अभी वह संगठन को मजबूत कर रहे हैं। इस बार आंदोलन निर्णायक होगा। यह उनके जीवन की अंतिम लड़ाई होगी

यहाँ पहुंचे समाजसेवी अन्ना हजारे ने सत्यनारायण मंदिर में पूजा अर्चना व आरती की। पंडित राजकिशोर तिवारी व आचार्य रोशन पैन्यूली ने स्वस्ति वाचन, वेद मंत्रोचार किया। शिवालय में जलाभिषेक कर उन्होंने जगत कल्याण की प्रार्थना की। इस दौरान पण्डित दीपक थपलियाल, पंडित लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, पंडित प्रवेश भट्ट, पंडित दिनेश पंत, पंडित गणेश पैन्यूली, पंडित बाल कृष्ण जोशी, पंडित ज्योति प्रसाद थपलियाल व पंडित पंकज गैरोला आदि रहे।

वहीँ देर शाम गौहरीमाफी गांव में बाढ़ सुरक्षा कार्य की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को भी अन्ना हजारे प्रजातांत्रिक तरीके से आंदोलन का पाठ सीखा गए। उन्होंने गौहरीमाफी में आयोजित सभा में ग्रामीणों को बताया कि लोकसभा और विधानसभा से ऊंचा स्थान ग्रामसभा का है। लोस व विस में बैठने वाले सदस्यों को ग्रामसभा ही चुनकर भेजती है। यदि जनता कुर्सी पर बिठाने वाली है, तो उतारने की चाबी भी जनता के पास ही है। उन्होंने ग्रामीणों से बिना किसी प्रलोभन के स्वच्छ छवि के लोगों को सदनों में भेजने का आह्वान किया। उन्होंने कहा एकता में शक्ति है और आंदोलन जनता का हथियार है। लोगों की न्यायोचित मांग को सरकार को पूरा करना ही होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर भी मोदी की तरह निशाना साधा। समाजसेवी अन्ना हजार ने लोगों को उनसे जुड़ने के लिए मिस्ड कॉल नंबर दिया। उन्होंने बताया कि मोबाइल नंबर 8879069688 से उनके साथ लोग जुड़ सकते हैं और अपने सवाल भी पूछ सकते हैं।इस दौरान पूर्व ग्राम प्रधान संजय पोखरियाल, सविता शर्मा, प्रेमलाल शर्मा, कुसुम जोशी, मेहरबान सिंह रावत, शूरवीर पंवार, विनोद रावत, संजय भंडारी, नीतीश आदि रहे।

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