अंकिता भंडारी हत्याकांड: दो साल बाद भी परिवार को न्याय का इंतजार
अंकिता भंडारी हत्याकांड को दो साल हो गए हैं, लेकिन उसके परिवार को अभी भी न्याय का इंतजार है। श्रीनगर के पीपल चौरी में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय लोगों, गढ़वाल विवि के छात्रों और विभिन्न संगठनों ने भाग लिया। श्रद्धांजलि सभा में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
श्रीनगर: उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को दो साल पूरे होने वाले हैं। ऐसे में श्रीनगर क्षेत्र के पीपल चौरी में स्थानीय लोगों ने अंकिता भंडारी के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। श्रद्धांजलि सभा में श्रीनगर शहर के स्थानीय लोग, गढ़वाल विवि के कई छात्र समेत विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग मौजूद रहे। इस दौरान अंकिता को न्याय दिलाने के लिए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
जस्टिस फॉर अंकिता कमेटी श्रीनगर की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में दिवंगत अंकिता भंडारी के फोटो पर माल्यार्पण किया गया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार उमा घिल्डियाल ने कहा कि अंकिता भंडारी जैसी बेटियों को न्याय देने के लिए कड़ा सा कड़ा कानून बनना चाहिए। किसी की हत्या करने का अधिकार किसी को भी नहीं है। इसलिए अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
पीबी डोभाल ने कहा कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का पुतला तो फूंक रही है। लेकिन भाजपा शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री भी तो उतने ही दोषी हैं कि उनके राज्य में अंकिता भंडारी के दोषियों को सजा तक नहीं मिली। छात्रसंघ महासचिव आंचल राणा ने कहा कि लगातार महिला अपराधों में हो रहा इजाफा इस बात को दर्शाता है कि सरकार और पुलिस प्रशासन महिला सुरक्षा में नाकाम साबित हो रही है।
मुकेश, रेशमा पंवार ने कहा कि 18 सितंबर को जस्टिस फॉर अंकिता कमेटी द्वारा स्थानीय गोला पार्क पर अंकिता हत्याकांड की बरसी भी सभा और कैंडल मार्च का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक अंकिता भंडारी को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीकोट डोभ की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर के वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। 18 सितंबर 2022 को अंकिता भंडारी अचानक रिजॉर्ट से लापता हो गई थी। वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य (भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा) ने अंकिता के परिजनों को गुमराह करने के लिए उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
इसके बाद अंकिता भंडारी के पिता ने राजस्व उप निरीक्षक के पास गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई। काफी खोजबीन करने पर भी अंकिता का कोई पता नहीं चला तो तत्कालीन जिलाधिकारी पौड़ी ने गुमशुदा का मामला राजस्व क्षेत्र से रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया। पुलिस की सख्ताई के बाद वंनत्रा रिजॉर्ट के मालिक अंकित गुप्ता, मैनेजर सौरभ भास्कर ने अंकिता भंडारी की हत्या की बात कबूल की।
बताया कि तीनों ने मिलकर अंकिता को चीला नहर में धक्का दिया, जिससे अंकिता की मौत हो गई। 24 सितंबर को अंकिता भंडारी का चीला नहर से शव बरामद हुआ था। पुलकित पर ये भी आरोप है कि वो रिजॉर्ट में अंकिता से गलत काम करवाना चाहता था, जिस पर अंकिता ने साफ इंकार कर दिया था, जो उसकी मौत की वजह बनी गई। पुलिस की गिरफ्तार के बाद तीनों आरोपी जेल में बंद हैं।