SPIRITUALITY
परमार्थ निकेतन में धूमधाम से मनायी गयी मकर संक्रान्ति


ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में ऋषिकुमारों, विदेशी सैलानियों और परमार्थ निकेतन के सेवकों ने धूमधाम से मकर संक्रान्ति का पर्व मनाया। स्नान, दान, ध्यान, यज्ञ एवं माँ गंगा के तटों की स्वच्छता के साथ आज के पावन पर्व की शुरूआत हुई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज की प्रेरणा से परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने पौधा रोपण कर पर्यावरण को समर्पित हरित मकर संक्रान्ति मनायी। वहीं दिव्य गंगा आरती में सभी श्रद्धालुओं ने नदियों को स्वच्छ करने का संकल्प ग्रहण किया।
शास्त्रों के अनुसार दक्षिणायण को नकारात्मकता का प्रतीक माना गया है और उत्तरायण को सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। इस दिन प्रकृति में विद्यमान हर कलियां और फूल खिलने लगते है; प्रकृति में बहार आने लगती है उसी तरह प्रत्येक मनुष्य का जीवन भी खिल उठे, जीवन में भी बहार आए प्रसन्नता आये यह तभी सम्भव है जब हम अपनी संस्कृति और संस्कारों को सम्भाल कर रखे।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.