UTTARAKHAND

एम्बुलेंस चालक ने लगाई फांसी, चिकित्सालय पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

सरकारी चिकित्सालय में एम्बुलेंस चालक के पद पर कार्यरत युवक ने सरकारी आवास में गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।
मृतक ने अस्पताल के ही चिकित्सक पर उत्पीडन का आरोप लगाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जसवंत सिंह गुर्साइं यहां प्रेमनगर स्थित राजकीय चिकित्सालय में एम्बुलेंस चालक के पद पर कार्यरत था तथा वह वहीं पर सरकारी आवास में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता था। गत दिवस जसवंत की पत्नी व बच्चे शाम को घूमने चले गये तो उसने पीछे से गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।
जब उसकी पत्नी व बच्चे वापस आये तो कमरे का दरवाजा अन्दर से बंद था। काफी शोर मचाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने प्रेमनगर थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने दरवाजा तोडकर अन्दर प्रवेश किया तो अन्दर का नजारा देखकर सब दंग रह गये। कमरे में जसवंत का शव पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने शव को नीचे उतारकर उसकी तलाशी ली तो पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने चिकित्सालय के ही एक डाक्टर पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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