UTTARAKHAND

”आप” तो सरकारी लैटर पैड से ही करने लगे सियायत

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का लेटर पैड फार्मूला

अशोक की लॉट भी छपी है लेटर पैड पर

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सियासी कामों के लिए भी सरकारी लैटर पैड का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस लैटर पैड पर प्रतीक चिंह अशोक की लॉट भी छपी है। जानकारों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के नेता सरकारी लैटर पैड का बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं। यदि उन्हें राजनीती करनी ही है तो ”आप” पार्टी के लेटर पेड पर भी तो कर सकते हैं क्योंकि राजनीती और सरकार दोनों अलग-अलग हैं और नेताओं को उच्च मानदंडों का पालन करना चाहिए।

आम आदमी पार्टी इन दिनों उत्तराखंड में सक्रिय है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया खुद भी यहां आकर सियासी ताल ठोंक रहे हैं, हालाँकि उन्हें वह तवज्जो यहाँ नहीं मिल रही जिसे वे पाना चाहते हैं। पिछले दिनों डिप्टी सीएम ने उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दो पत्र लिखे हैं। इन पत्रों में राजनीतिक बातें ही लिखी हैं। इतना ही नहीं इन पत्रों में गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। दोनों पत्रों की भाषा पूरी तरह से राजनीतिक ही है। सबसे खास बात तो यह है कि डिप्टी सीएम आम आदमी पार्टी की राजनीति के लिए सरकारी लैटर पैड का इस्तेमाल कर रहे हैं।

जानकारों का कहना है कि मनीष सिसोदिया बतौर डिप्टी सीएम किसी को पत्र लिखते हैं तो वहां तक तो इस लैटर पैड का इस्तेमाल सही है। लेकिन अगर राजनीतिक मकसद से कोई पत्र लिखते हैं तो सरकारी लैटर पैड का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। वह तब जब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के पास आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी भी हैं , राजनीती के मैदान में तो भले ही उनपर कोई इस मामले को लेकर सवाल भले ही नहीं उठा रहा है लेकिन बुद्धिजीवियों के बीच उनके द्वारा सरकारी लेटर पैड के उपयोग पर चर्चाएं जरूर शुरू हो गई हैं कि क्या उन्हें सियासी कामों या फायदे के लिए सरकारी लेटर पैड की जगह पार्टी का लैटर हैड ही इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन वे पार्टी की सियासत चमकाने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं, यह सवाल अपने आप में अभी भी खड़ा है।

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