UTTARAKHAND

टीएसआर के फैसले पर टीएसआर का सवाल, लोगों की जान का तो रखते ख़याल

टीके नहीं पर्याप्त, बेरोक-टोक कुम्भ आने का फैसला हो सकता है जोखिम भरा 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून । Former Chief Minister Trivendra Rawat says that the corona vaccination campaign is going on across the country for the prevention of the virus and on such an occasion, a crowd of devotees in Kumbh can spread the virus again in the state. Trivendra said that we should avoid taking any risk regarding Kumbh because in some states of the country Corona has started to grow again once more.

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि वायरस की रोकथाम के लिए देशभर में कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है और ऐसे मौके पर कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ से प्रदेश में वायरस दोबारा पैर पसार सकता है। त्रिवेंद्र ने कहा कि कुंभ को लेकर हमें कोई जोखिम लेने से बचना चाहिए क्योंकि देश के कुछ राज्यों में कोरोना एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार हरिद्वार दौरे पर रहे। उन्होंने कनखल स्थित हरिहर आश्रम में जूना पीठाधीश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरी से मुलाकात की। इस दौरान पारदेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया। उन्होंने कहा कि कुंभ में कोविड के नियमों में ढील देना हानिकारक त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने हरिद्वार के विश्व प्रसिद्ध हरिहर आश्रम में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से मुलाकात की।

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह भगवान शिव के भक्त हैं, और आज सोमवार है। इसलिए हरिद्वार भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए हरिद्वार आए हैं, हो सकता है जिस तरह की स्थिति इस समय देश में कोविड की बन रही है, वह किसी चिंता से कम नहीं है। उन्होंने कहा अभी इस तरह का निर्णय घातक हो सकता है क्योंकि न तो अभी हमारे पास पर्याप्त टीके हैं और जो हैं भी उनका असर 42 दिन बाद आता है। दो सौ लोगों को टीके की मांग अपर अभी केवल लगभग 142 ही टीके मिल पा रहे हैं। लिहाज़ा हमें अभी कुम्भ में केंद्र की गाइड लाइन के हिसाब से आमद नियंत्रित करनी होगी।  

उन्होंने कहा कि सीएम तीरथ सिंह रावत का कुंभ पर बयान और मेरा बयान समान ही है। कुंभ दिव्य और भव्य होगा. साथ ही कोविड के नियमों का पालन आवश्यक है। हालांकि कुंभ के दौरान राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं के बेरोकटोक आने का जो फैसला लिया है, वह जोखिम भरा हो सकता है। कोविड जैसी महामारी में कोई भी जोखिम लेना ठीक नहीं है। इस समय देश के सात राज्यों में चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। देश में एक दिन में 25 हजार केस सामने आए जो चिंताजनक है। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि अपने देश और राज्य को इस महामारी से बचाने के हर संभव प्रयास करें।

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