K POP 4 PLANET का हाथ, अब जलवायु परिवर्तन के मुद्दे के साथ !
K POP सुपरस्टार्स ब्लैकपिंक COP -26 के आधिकारिक पैरोकार नियुक्त
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
दुनिया भर के युवाओं में कोरियन पॉप, या के-पॉप, संगीत ने धूम मचाई हुई है। लेकिन इस संगीत के प्रशंसक सिर्फ संगीत के उन्माद में ही चूर नहीं रहते, बल्कि अपनी सामाजिक भूमिका को भी बड़ी संजीदगी से लेते हैं।
जहाँ एक ओर kpop ने हाल के वर्षों में सांस्कृतिक फलक पर खासा दबदबा बना लिया है, वहीं इसके प्रशंसक सामाजिक न्याय के लिये अपने अनोखे और सशक्त सक्रियतावाद के लिये मशहूर हैं। जंगलों को बचाने के लिए याचिका दायर करने से लेकर, आपदा पीड़ितों के लिए नकदी जुटाने तक, दुनिया भर में kpop प्रशंसकों की बढ़ती सेना जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में नवीनतम बल के रूप में उभरी है।
युवा और तकनीक के जानकार,kpop प्रेमियों ने राजनीतिक मुद्दों को उठाने के लिए अपनी सोशल मीडिया शक्ति का उपयोग किया है, जिसमें पिछले साल United Nation में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के लिए धन जुटाना और Thailand के लोकतंत्र समर्थक विरोध का समर्थन करना शामिल है।
https://youtu.be/TB7ztYxQ21k
लेकिन समूह अब जलवायु परिवर्तन पर तेजी से मुखर हो रहा है। और पर्यावरण के मुद्दों पर सुर्खियों में है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे दुनिया के कुछ हिस्सों में अपेक्षाकृत कम ध्यान दिया जाता है।
और इसी क्रम में नवम्बर में आयोजित होने जा रही 26th UN Climate Change Conference of the Parties (सीओपी26) से पहले केपॉप4प्लैनेट नामक के-पॉप प्रशंसकों द्वारा संचालित अपनी तरह के एक पहले जलवायु संरक्षण कार्रवाई मंच की शुरुआत की गयी है।
बल्कि कुछ ही दिन पहले kpop सुपरस्टार्स ब्लैकपिंक COP26 के आधिकारिक पैरोकार नियुक्त किये गये हैं। पिछले साल दिसम्बर में ब्लैकपिंक ने जलवायु परिवर्तन को रोकने के अपील करते हुए एक वीडियो जारी किया था, जिसे 20 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा था। उसके बाद उन्हें सीओपी26 से जुड़ी यह जिम्मेदारी दी गयी है।
kpop इन प्रशंसकों ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान टलसा में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा दिये गये प्रचार अभियान भाषण को सोशल मीडिया पर खासा ट्रोल किया था। वहीं, #blacklivesmatter मुहिम के लिये धन भी जुटाया। इसके अलावा उन्होंने थाइलैंड में लोकतंत्र की स्थापना के लिये प्रदर्शन भी किये।
kpop जलवायु परिवर्तन रोकने की दिशा में भी उल्लेखनीय योगदान कर रहा है। प्रतिमाओं के सम्मान में पौधे लगाना, लुप्तप्राय जानवरों को अंगीकार करना और जलवायु सम्बन्धी आपदाओं के शिकार हुए लोगों की मदद के लिये वित्तीय जनसहयोग लेना के-पॉप की आम गतिविधियों में शामिल है। हालांकि आवाजें खासी बिखरी हुई थीं इस वजह से उन पर अब तक ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया।
kpop4planet नामक इस नये मंच का लक्ष्य एक ऐसा मंच बनने का है जहां के-पॉप के प्रशंसक एकजुट हों, जलवायु सम्बन्धी संकट पर विचार-विमर्श करें और सीखें। साथ ही इस मुद्दे पर समान विचारों वाले लोगों के साथ मिलकर जलवायु संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयास करें। इससे सरकारों तथा कारोबारी इकाइयों को हमारे भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये सार्थक प्रयासों के लिये प्रेरित करने की दिशा में के-पॉप के अनोखे और सशक्त सक्रियतावाद (एक्टिविज्म) का सही इस्तेमाल किया जा सकेगा।
कोरिया के विदेश मामलों के मंत्रालय के मुताबिक वर्ष 2019 तक 98 देशों में के-कल्चर के 1799 फैन क्लब थे, जिनके 10 करोड़ से ज्यादा सदस्य हैं। इससे जाहिर होता है कि उनकी मुहिम में एक नयी तरह की वैश्विक जलवायु कार्रवाई की शक्ल लेने की असीम क्षमता है।
केपॉप4प्लैनेट के संगठनकर्ता और के-पॉप की प्रशंसक नूरुल सरीफा ने कहा कि विभिन्न मंचों के प्रशंसकों ने उनके अभियान को पहले ही अपना लिया है और पूरी दुनिया से उन्हें समर्थन मिल रहा है।
नूरुल ने कहा ‘‘जलवायु परिवर्तन हमारी पीढ़ी का संकट है। के-पॉप के प्रशंसकों में ज्यादातर जेन जेड और मिलेनियल्स शामिल हैं, हम उन लोगों में से हैं जो आज लिये गये फैसलों या निर्णय नहीं लिये जाने से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई का मतलब अपने भविष्य के लिये संघर्ष करना है।’’
kpop के प्रशंसकों का जलवायु परिवर्तन के प्रति संरक्षण अभियान में शामिल होना कोई नया चलन नहीं है। पिछले कुछ वर्षों से प्रशंसकों के समूहों की तरफ से जलवायु सम्बन्धी न्याय और अन्य सामाजिक मुद्दों को लेकर लगातार आवाज उठायी जा रही है।