UTTARAKHAND
देश की आज़ादी के बाद जहां न पहुंचा कोई जनप्रतिनिधि वहां पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र


गोपेश्वर। ‘सरकार जनता के द्वार’ के सिद्धांत को सार्थक करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बुधवार को सीमांत जनपद चमोली की एक ऐसी घाटी में पहुंचे, जहां देश की आजादी के बाद से अब तक प्रदेश के किसी भी मुख्यमंत्री ने आना मुनासिब नहीं समझा। दुर्मी नाम की इस दुर्गम घाटी की जनता ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया था।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहाड़ की महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने की योजना बना रही है, इस योजना को अमल में लाने के लिये आगामी बजट में धनराशि की घोषणा की जाएगी। इस योजना को अगले पांच वर्ष में पूरी तरह धरातल पर उतार दिया जाएगा। Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.