हंस फाउंडेशन ने कोरोना काल में देश के कमजोर व वंचित वर्ग तक पहुँचाया अपना राहत से भरा हाथ
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट में से एक द हंस फाउंडेशन (टीएचई) ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपने प्रयासों को आगे बढ़ाया है। क्षेत्र में अपनी उल्लेखनीय उपस्थिति से ताकत आकर्षित करते हुए, हंस फाउंडेशन ने अपने कर्तव्य की पुकार का जवाब दिया है और देशभर में कमजोर समुदायों को प्रभावी रूप से राहत देने में सक्षम है।
वर्तमान में पूरे भारत में 3 लाख से अधिक परिवारों ने राहत कोष की पहल के साथ लाभ उठाया है और आईएनआर 18.5 करोड़ से अधिक का समर्थन अब तक विस्तारित है। फाउंडेशन ने उत्तराखंड में कौशल विकास और कोविड-19 परीक्षण केंद्र स्थापित करने के लिए आईएनआर 100 करोड़ मूल्य की योजनाएं भी शुरू की हैं। इन चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, टीएचएफ देशभर में सबसे अधिक वंचित आबादी के लिए प्रतिबद्ध है।
आज तक, फाउंडेशन ने कम आय वर्ग के परिवारों और प्रवासी श्रमिकों सहित 98,203 राशन और खाद्य पैकेट, 50,891 स्वच्छता और स्वच्छता किट और 1,35,425 फेस मास्क और पीपीई किट कमजोर लोगों को वितरित किए हैं। इसके अतिरिक्त, फाउंडेशन उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के आंतरिक स्थानों में 6,028 अलगाव बेड स्थापित करने सहित चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करके सार्वजनिक अस्पतालों और फ्रंटलाइन श्रमिकों का समर्थन करने के लिए काम कर रहा है।