UTTARAKHAND

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के ड्रीम प्रोजेक्ट मुनस्यारी के ट्यूलिप गार्डन में खिले ट्यूलिप

स्वरोजगार और पर्यटन को आकर्षित करेंगे ट्यूलिप फार्मिग 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून :  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के ट्यूलिप गार्डन में ट्यूलिप के फूल क्या खिले कि मुख्यमंत्री के वो सपने पूरे हो गए जो उन्होंने यहाँ के बेरोजगारों को स्वरोज़गार से जोड़ने के लिए देखे थे। मुनस्यारी की आबोहवा यहाँ खिले ट्यूलिप के फूलों की रंगत से देखी जा सकती है , जिसे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर की है। प्रकृति की गॉड में ट्यूलिप की खेती और पीछे पंचाचूली पर्वतश्रृंखला बरबस ही मन मोह रही है। अपने ट्विटर सन्देश में उन्होंने कहा कि ”2017 में प्रदेश का कार्यभार संभालने के बाद से मेरी सरकार की हर सम्भव कोशिश इस बात पर रही है कि हम हर क्षेत्र में ढांचागत सुधार के साथ साथ प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति का उपयोग जीविकोपार्जन के लिये भी करें और इसी क्रम में मुन्स्यारी ईकोपार्क की स्थापना की गई है” ।

मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पाने इस ट्वीट पर कई तस्वीरें शेयर की हैं और साथ ही यह भी कहा है कि ‘मुझे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट-मुनस्यारी स्थित ट्यूलिप गार्डन के सफल पायलट की पहली तस्वीरें साझा करने में खुशी हो रही है। पंचाचूली पर्वतमाला की पृष्ठभूमि के बीच स्थित, यह उद्यान दुनिया के सबसे बड़े ट्यूलिप उद्यानों में से एक होगा और मुनस्यारी क्षेत्र में पर्यटन को बदल देगा’। उन्होंने कहा कि ” 30 हेक्टेयर में फैले “Munsyari Nature Education and Eco Park Center” का एक हिस्सा ट्यूलिप गार्डन के रूप में विकसित किया जा रहा है और यह पिथौरागढ़ में बन रहे ट्यूलिप गार्डन से अलग है। इस पार्क में Huts के साथ टेन्ट में रहने की सुविधा भी उपलब्ध है।”
https://twitter.com/tsrawatbjp/status/1258979796899561474?s=20
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के वन विभाग ने ईको पार्क में ट्यूलिप गार्डन बनाया और बीती फरवरी में यहां प्रयोग के तौर पर हॉलैंड से मंगाए गए ट्यूलिप के बीज रोपे गए थे। जो आज खिले हुए हैं।

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