UTTARAKHAND

जब मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी साहू ने जरूरतमंदों से कहा, मुझे पहचाना…सब जानते हैं मुझे

कोरोना -उत्तराखंड-मास्क व राशन किट क्रेडिट

पहचाना…ये मंत्री रेखा आर्य के घरवाले हैं… साहू जी …

वीडियो में पतिदेव ने कहा, सारी व्यवस्था मंत्री जी की तरफ से

सोमेश्वर घाटी में मास्क व राशन किट वितरण में मंत्री पति का वीडियो वायरल

अविकल थपलियाल 

जब आटा वितरण बना था चर्चा का विषय 

राज्य मंत्री रेखा आर्य का बयान 

मेरी विधानसभा सोमेश्वर के सम्मानित भाइयो,बहनो एवं बुजुर्गो,विपदा की इस घड़ी में अपने क्षेत्र के लोगो के दुख को अपना दुख समझते हुए मेरे पति श्री गिरधारी लाल साहू जी द्वारा अपने निजी संसाधनो से राहत सामग्री लोगों को बाटी गयी,इसमे कुछ असामाजिक तत्वों ने यह गलत अफवाह फैलाई कि राहत सामग्री में वितरित किया जाने वाला आटा पुराना है,जबकि वास्तविकता यह है कि लॉक डाउन की स्थिति की वजह से तत्काल खाली व नए कट्टे उपलब्ध ना हो पाने के कारण मिल स्वामी द्वारा ताजे आटे को पुरानी तिथि के कट्टों में पैक किया गया। अफ़वाहो को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा इसकी जांच करने पर वितरित आटे की गुणवत्ता सही एवं पूर्ण रूप से खाने योग्य पायी गयी इसकी रिपोर्ट मैं आप सभी के समक्ष रख रही हूँ।
मैं एवं मेरे पति श्री गिरधारी लाल साहू जी  इन झूठी अफवाहों से विचलित होने वाले नही हैं बल्कि अब और तेजी से अपने परिवार रूपी क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए डटे रहेंगे और आप लोगो से भी अपील करती हूं कि अपनी इस बेटी/बहन पर भरोसा रखें और ऐसे मन विचलित करने वाली अफवाहों पर भविष्य में भी कभी ध्यान न दें। 
आशा करती हूं कि आप लोगो का प्यार एवं स्नेह हम को हमेशा की तरह मिलता रहेगा।

भाजपा  मंडल अध्यक्ष सोमेश्वर  ने क्या कहा

उत्तराखण्ड की सोमेश्वर घाटी की एक मनमोहिनी पहाड़ी सड़क। सड़क किनारे बने पैराफिट में कईं महिलाएं व पुरुष मास्क व राशन किट के इंतजार में बैठे हुए। लगभग 100 मीटर की सीधी सड़क पर अचानक एक चेहरा हाथ जोड़ते हुए अवतरित होता है।
हुलिया भी बहुत रोचक। सिर पर तिरछी नीली टोपी…..जींस भी नीली और वास्कट भी नीली। आंखों में धूप से बचने के लिए गॉगल्स और गले में भगवा रंग का कपड़ा जो आधे चेहरे को कवर करता हुआ ।
नीली ड्रेस के साथ ब्राउन कलर के शूज का कॉम्बिनेशन। मतलब खिली धूप में मौसम भी मनभावन। और शख्स का अंदाजे बयां और इंतजार में बैठे लोगों से हाथ जोड़कर रूबरू होना एक नई कोरोना कहानी लिख गया।
फिर कुछ यूं शुरू होती है 2 मिनट 12 सेकंड की शूटिंग। एक्शन,……शख्स हाथ जोड़ लोगों के करीब से गुजरता है। मोबाइल में एक्शन व डायलॉग कैद होने लगे। पीछे-पीछे मास्क बांट रहा व्यक्ति कदमताल करता हुआ।
…पहचाना मै कौन हूँ….पहचाना… हुलिए को देख ग्रामीण महिलाएं थोड़ा असमंजस में दिखती हैं । तेजी से मास्क बांटने वाला बोल उठता है…रेखा आर्य के घरवाले हैं…साहू जी है ये….मस्त चाल चल रहे नीली जीन्स वाले बोल उठते हैं….सभी जानते हैं मुझे…साहू…गिरधारी साहू हूँ मैं…पहचाना बेटा…. आप लोगों ने पहचान लिया….नमस्कार….मास्क वितरण जारी….फिर आवाज आती है ये सारी व्यवस्था मंत्री जी की तरफ से है।
मतलब कोरोना संकट में भी फुल प्रचार और क्रेडिट का सेहरा पहनना नहीं भूल रहे। सड़क किनारे बैठे अंतिम व्यक्ति से मिलने के बाद मुड़ते है वापस और पूछते है कुछ वीडियो बनाने वाले से। वो फुसफुसाता है अभी तो सिर्फ 1 मिनट की ही बनी है। वीडियो बनाने वाले को आगे जाकर शूट करने में निर्देश दिए जाते हैं।
इसी बीच, एक छोटे वाहन में राशन किट आ जाती है। मंत्री पति गिरधारी साहू जी तनकर वाहन के आगे-आगे और चेला बैठे लोगों को तेजी से राशन किट थमाते हुए। दूसरे चक्कर में वितरित मास्क लोगों के चेहरे पर लगे दिखते हैं।
फिर हाथ जोड़कर कहानी दोहराई जाती है…लोगों को एक बार फिर बताया जाता है सारी व्यवस्था मंत्री जी की तरफ से है…इसी बीच, वाहन की घरघराहट के बीच ग्रामीण महिला बोल उठती वो हाथ धोने वाला नहीं लाये,,,उसका मतलब सैनिटाइजर से था लेकिन साहू जी राशन किट लेकर चल रहे वाहन की आवाज में महिला की बात सुन नही पाते ।
इसी बीच, मंत्री पति का एक्शन खत्म होते है वीडियो भी थम जाता है….तो फिर कोरोना झंझट में थोड़ा गुनगुना लो….अरे दीवानों मुझे पहचानो… मैं हूँ…कौन….

वीडियो देखेंगे तो सब पता चल जायेगा ……

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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