पीपलकोटी (चमोली), नारायणकोटी (रुद्रप्रयाग) व गैरसैंण में सप्ताहव्यापी स्वास्थ्य शिविरों में लगभग 1700 मरीजों का किया गया परीक्षण व उपचार
दूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए एम्स संस्थान के चिकित्सक हमेशा तत्पर : प्रोफेसर रवि कांत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश आउटरीच गतिविधियों के तहत प्रतिमाह आयोजित किए जाने वाले स्वास्थ्य शिविरों को उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में शीतकाल में भी जारी रखे हुए है। हाल में संस्थान की ओर से पीपलकोटी (चमोली), नारायणकोटी (रुद्रप्रयाग) व गैरसैंण में सप्ताहव्यापी स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया, जिनमें लगभग 1700 मरीजों का परीक्षण व उपचार किया गया।
संस्थान की ओर से गतवर्ष उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश के नेपाल बार्डर, जम्मू कश्मीर, आसाम आदि इलाकों में आयोजित किए गए स्वास्थ्य शिविरों में करीब 76,571 मरीजों की जांच व उपचार किया गया। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि सूदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए एम्स संस्थान के चिकित्सक हमेशा तत्पर हैं।
निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि इस वर्ष एम्स ऋषिकेश आउटरीच सर्विसेस के तहत स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक विस्तारीकृत करने की दिशा में कार्य कर रहा है,जिससे स्वास्थ्य सेवाओं से विहीन इलाकों में अधिकाधिक लोग संस्थान के आउटरीच स्वास्थ्य शिविरों का लाभ उठा सकें।
एम्स के आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डा. संतोष कुमार ने बताया कि एम्स संस्थान द्वारा उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, चमोली, हरिद्वार आदि जनपदों के अलावा देहरादून के ऋषिकेश नगर से सटी मलीन बस्तियों वाल्मीकि नगर, नंदू फार्म, सर्वहारानगर, चंद्रेश्वरनगर, हरिपुरकलां, वाल्मीकि बस्ती रायवाला,कृष्णानगर कॉलोनी आदि क्षेत्रों में भी नियमित स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं,जिनमें गतवर्ष करीब 2624 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई व उनका उपचार किया गया। इसके अलावा संस्थान द्वारा बीते साल इलाहाबाद में आयोजित कुंभ मेले के तहत आयोजित नेत्रकुंभ में भी नेत्र विभाग व जनरल मेडिसिन विभाग की ओर से स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई गई।