NATIONAL
उत्तराखंड में ठंड ने तोड़े सारे रिकॉर्ड



देहरादून : उत्तराखंड में भी आठ शहरों में न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकार्ड किया गया। वहीं, चमोली के जोशीमठ और कुमाऊं के मुक्तेश्वर में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है। हिमाचल में भी मौसम के तीखे तेवर बने हुए हैं। मौसम विभाग ने 27 दिसंबर को पांच जिलों ऊना, कांगड़ा, मंडी, सोलन व सिरमौर में घने कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड की संभावना जताई है। वहीं, गुरुवार को प्रदेश के छह स्थानों में तापमान जमाव बिंदु से नीचे रहा।
वहीं बदरीनाथ धाम इन दिनों बर्फ के आगोश में है। यहां लगभग छह से सात फीट तक बर्फ जमी है। अत्यधिक बर्फबारी होने से धाम में पैदल रास्तों और दुकानों को भी क्षति पहुंची है। बदरीनाथ धाम में चटख धूप खिलने के बाद अब चट्टानों से रह-रहकर एवलांच टूट रहे हैं। नर और नारायण पर्वत से बर्फ नीचे गिर रही है। बस स्टैंड से लेकर साकेत तिराहे, बदरीनाथ आस्था पथ और बामणी गांव में कई मकानों को बर्फ से क्षति पहुंची है। छह माह बदरीनाथ धाम में हेलीकॉप्टर सेवा का संचालन करने वाले विकास जुगरान ने बताया कि बर्फ से पैदल रास्तों के किनारे रेलिंग क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं देश का अंतिम गांव माणा भी बर्फ के आगोश में समा गया है। यहां करीब सात फीट तक बर्फ जमी है।
उत्तराखंड में हाल के दिनों में हुई भारी बर्फबारी से बाद चमोली जिले के लगभग सारे मार्ग खुल चुके हैं। इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही तो शुरू हो गई है, लेकिन ठंड अधिक होने के चलते इन मार्गों पर पाला जम रहा है, जिसके कारण वाहनों के रपटने का खतरा बन रहा है। बता दें कि बीते साल पाले में वाहन रपटने की कई घटनाएं हुई थी।
गौरतलब हो कि बीते 12 और 13 दिसंबर को जिले के घाट, निजमुला घाटी, देवाल, थराली, जोशीमठ ब्लॉक में जमकर बर्फबारी हुई थी। भारी बर्फबारी हुई थी, जिससे जिले की दर्जनों सड़कें बंद हो गई थी। यहां तक कि जोशीमठ से आगे एनएच तक बंद हो गया था। जोशीमठ-औली मोटर मार्ग भी भारी बर्फबारी के चलते बंद हो गया था।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.