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AIIMS को मिले आठ लोगों के कॉर्निया से 13 लोगों को मिली दृष्टि

AIIMS ने संकल्प के साथ कॉर्निया का दान कराने वाले परिवारों का जताया आभार 

स्थापना के एक माह में आठ लोगों के मिले कॉर्निया 

नेत्रदान के संकल्प के बिना कॉर्निया की समस्या को दूर नहीं किया जा सकता : प्रो रविकांत 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

ऋषिकेश : AIIMS अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में आई बैंक की स्थापना के एक माह में आठ लोगों के कॉर्निया प्राप्त हुए,जिनका 13 लोगों को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण कर लिया गया है। एम्स प्रशासन ने संकल्प के साथ कॉर्निया का दान कराने वाले परिवारों का आभार जताया है।

इस अवसर पर निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि भारत में अंधेपन की समस्या से ग्रस्त मरीजों की संख्या में हर साल करीब पचास हजार लोगों की बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। उनका कहना है कि नेत्रदान के संकल्प के बिना कॉर्निया की समस्या को दूर नहीं किया जा सकता। ​एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरुक करने को लेकर संस्थान लगातार मुहिम चला रहा है, इसी उद्देश्य व इस समस्या से ग्रसित लोगों की समस्या के निदान के लिए संस्थान में बीते माह 26 अगस्त को नेत्र कोष की स्थापना की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हम सभी को नेत्रदान को लेकर जागरुक होने की आवश्यकता है, तभी समाज को अंधता से मुक्ति दिलाई जा सकती है।

नेत्रदान करने के इच्छुक व्यक्ति एम्स ऋषिकेश के आई बैंक में दूरभाष संख्या 0135-2460835 व 09068563883 पर संपर्क कर सकते हैं।

एम्स के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डा. संजीव मित्तल व आई बैंक की चिकित्सा निदेशक डा. नीति गुप्ता ने बताया कि बीते एक पखवाड़े में हरिद्वार के तीन व रुड़की,कोटद्वार व ऋषिकेश के एक-एक व्यक्ति के निधन पर उनके परिजनों ने एम्स संस्थान के आई बैंक में नेत्रदान कराया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व संस्थान के नेत्र कोष में देहरादून व ऋषिकेश निवासी दो लोगों की मृत्यु पर परिजनों ने दिवंगत का नेत्रदान कराया था।

उन्होंने बताया कि प्राप्त कॉर्निया की जांच के बाद एम्स संस्थान के नेत्र कोष में अब तक 13 जरुरतमंद लोगों को कॉर्निया सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किए जा चुके हैं। यह लोग कई वर्षों से काॅर्निया अंधापन से पीड़ित थे, आई बैंक के चिकित्सकों ने बताया कि कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद इन लोगों का जीवन रोशन हुआ है। 

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