नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में जनता के बीच अनुच्छेद-370 रद करने का फायदा गिनाने में जुटी भाजपा एक लघु फिल्म के जरिये पूरे देश को यह भी बताएगी कि इसके जिम्मेदार पंडित जवाहर लाल नेहरू थे। उस वक्त के गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल समेत बाबा साहेब आंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी इसके खिलाफ थे। इसके बावजूद इसे लागू कर दिया गया और बदले में देश और प्रदेश को केवल आतंकवाद और अलगाववाद मिला। इस फिल्म को भाजपा पूरे देश में छोटे बड़े स्थानों पर दिखाएगी।
दस मिनट की इस फिल्म में स्वतंत्रता के बाद से जम्मू-कश्मीर का इतिहास है। कैसे नेहरू ने कश्मीर मामले को अपने हाथों में रखा। जब आंबेडकर से अनुच्छेद-370 का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए कहा गया तो उन्होंने न सिर्फ मना कर दिया बल्कि कहा-‘ऐसा प्रस्ताव भारत के साथ विश्वासघात होगा जिसे मैं कतई स्वीकार नहीं करूंगा।’ इस फिल्म में शुरुआती दौर से ही पहले श्यामा प्रसाद मुखर्जी, फिर अटल बिहारी वाजपेयी और आखिर में मोदी सरकार की ओर से इसे निरस्त करने की लड़ाई का दृश्य दिखाया गया है। संसद में दो से लेकर 303 तक पहुंची भाजपा लगातार अनुच्छेद-370 के खिलाफ खड़ी रही और आखिरकार नरेंद्र मोदी सरकार में गृहमंत्री अमित शाह ने इसे निरस्त करने का काम किया।