ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से हुआ मतदान
श्रीनगर में अध्यक्ष पद पर तीन प्रत्याशी हैं मैदान में
बाजपुर में अध्यक्ष पद के लिए सात प्रत्याशी हैं चुनाव मैदान में
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । श्रीनगर गढ़वाल और बाजपुर नगर पालिका के अध्यक्ष और सभासद के लिए प्रत्याशियों के लिए हुए मतदान के बाद प्रत्याशियों का भाग्य मत पेटियों में बंद हो गया है। दोनों नगर पालिकाओं के लिए हुए मतदान प्रतिशत भी सामने आ गया है श्रीनगर में जहां 55.56 फीसदी मतदान हुआ है तो वहीं बाजपुर में 78.30 फीसद मतदान हुआ है। वहीं दून और ऋषिकेश नगर निगम के एक-एक वार्ड के लिए भी सोमवार को ही मतदान कराया गया है। श्रीनगर गढ़वाल और बाजपुर नगर पालिकाओं के लिए मतदान ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर पर किया गया। छिटपुट नोंक -झोंक की घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्वक रहा। 10 जुलाई को मतों की गणना की जाएगी और उसी दिन परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
श्रीनगर और बाजपुर में सुबह से ही पोलिंग बूथ पर कतारें लग गईं। सुबह आठ बजे से शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे तक चला। दोपहर में मतदान की गति कुछ धीमी रही, लेकिन शाम होते ही इसमें फिर तेजी आ गई। श्रीनगर में नगर पालिका परिषद के लिए हुए चुनाव में 25 हजार 126 मतदाताओं में से 13 हजार 962 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस बार मतदान प्रतिशत पिछले चुनावों की तुलना में 6.44 प्रतिशत कम रहा। वर्ष 2013 में 62 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे।
श्रीनगर के एसडीएम और रिटर्निंग अधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि 28 मतदान केंद्रों पर अध्यक्ष के साथ ही 13 सभासदों के लिए वोट डाले गए। श्रीनगर में अध्यक्ष पद पर तीन प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं, उधर, बाजपुर के एसडीएम और निर्वाचन अधिकारी एपी वाजपेयी ने बताया कि बाजपुर में अध्यक्ष पद के लिए सात और 13 वार्डों के सभासद पद के लिए कुल 67 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
नगर निकाय उपचुनाव में ऋषिकेश के दुर्गा मंदिर वार्ड में 71.06 फीसदी और देहरादून के आमवाला तरला (वार्ड 61) में 40.13 फीसदी मतदान हुआ। शांतिपूर्वक संपन्न हुए उपचुनाव की 10 जुलाई को मतगणना होगी।
बाजपुर में मतदान केंद्र पर हुई नोकझोंक
मतदान के दौरान चीनी मिल परिसर बूथ पर समाज कल्याण अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार और वहां मौजूद एक सिपाही के बीच नोकझोंक हो गई। आरोप है कि राजेश कुमार कतार से अलग खड़े थे, इस पर सिपाही ने उन्हें टोक दिया। राजेश का आरोप है कि सिपाही ने उनसे अभद्रता की। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया।