परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने दिए जांच के आदेश
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
कुल्लू (हिमाचल)। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आए दिन सर्पीली सड़कों और लापरवाही के चलते दुर्घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन न तो प्रशासन और न ही सरकार की ओर से काेई सख्ती की जाती है और यदि कि भी जाती है तो वह दुर्घटना के कुछ ही दिनों तक उसके बाद प्रशासन भी भूल जाता है और जनता भी और फिर किसी और दुर्घटना के बाद दोनों सजग हो जाते हैं।
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में वीरवार को बंजार से गाड़ागुशैणी जा रही निजी बस बहोट मोड़ के पास गहरी खाई में जा गिरी, हादसे में 28 लोगों की मौत हो गई है। प्रशासन व ग्रामीणों ने अब तक 32 घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया है। बस यात्रियों से खचाखच भरी थी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त बस में करीब 60 सवारियां थीं जिसमें अधिकतर कॉलेज छात्र थे, जो एडमिशन लेकर लौट रहे थे। प्रशासन व ग्रामीणों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। घायलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बस ओवरलोड होने के कारण चढ़ाई पर आगे नहीं बढ़ पाई और पीछे की ओर खाई में जा गिरी। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। मंडी जिला से पांच एंबुलेंस कुल्लू भेज दी गई हैं।
दुर्घटना पर हिमाचल के मुख़्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट करते हुए कहा कि कुल्लू के अंतर्गत बंजार के समीप बस हादसे में 20 की मौत व लगभग 25 लोगों के घायल होने के समाचार से दुखी हूं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति, शोकग्रस्त परिवारों को दुख सहने की शक्ति दें। हमारी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है, उन्हें फौरी राहत दी जा रही है।
बस हादसे में हताहत हुए अधिकतर लोग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज के हैं। सीएम भी कुछ देर में शिमला से घटनास्थल पर पहुंचेंगे। बताया जा रहा घायल व मृतक सराज के गाड़ागुशैण के निवासी हैा। अब तक बस करीब 12 महिलाएं, छह युवतियां, सात बच्चे व 10 युवक निकाले जा चुके हैं। सभी गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को उपचार के लिए बंजार अस्पताल लाया गया है। कुछ को गंभीर हालत में कुल्लू भी रेफर किया गया है। हादसे में सराज हलके के गाड़ागुशैणी निवासी 20 वर्षीय चांदनी पुत्री बृज लाल व मान सिंह की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि बस अपने तय समय से जाम लगने के कारण देरी जे बंजार जे चली। 42 सीटर बस में 60 के करीब सवारियां थी। दुर्घटनास्थल पर खड़ी चढ़ाई होने के कारण बस आगे नहीं बढ़ी और न ही ब्रेक लगी, इस कारण बस खाई में जा गिरी। हादसे वाली जगह सड़क भी काफी तंग थी।
इस बीच, परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि बंजार बस हादसे की जांच होगी। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता राहत एवं बचाव कार्य व घायलों का उचित उपचार है।
बंजार हादसा में सराज के सुकाड गड़ागुसैन के खेम सिंह (62) के पुत्र जगतु की मौत की भी मौत हुई है। हादसे में घाट के पूर्ण चंद 23 पुत्र गुरदयाल की मौत हो गई। वह स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड था। प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटनग्रस्त बस 10 साल पुरानी थी।
मंडी-कुल्लू के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने जताया शोक
निजी बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति मंडी-कुल्लू के सांसद रामस्वरुप शर्मा ने गहरा शोक प्रकट किया है। रामस्वरूप ने कहा यह दुर्घटना अति दुखदायी है। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों की आत्मिक शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। सरकार की ओर से शोक संतप्त परिवारों को हर संभव मदद दी जाएगी।
दुर्घटनाग्रस्त अब सवार में घायलों की सूची
डलहौजी हादसे में 10 लोगों को गंवानी पड़ी थी जान
जिला चंबा के डलहौजी में बीते माह पंजपूला के पास एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, इस हादसे में करीब दस लोगों की मौत हो गई थी। बस कई फीट गहरी खाई में समा गई थी। सड़क किनारे कोई पैरापिट न होने से यह हादसा हुआ था। कई लोगों को हादसे में जख्म मिले थे। निजी बस पठानकोट से चंबा आ रही थी, इस दौरान पंजपूला के पास तकनीकी खराबी आने के कारण बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी थी। हिमाचल में आए दिन सर्पीली सड़कों पर इस तरह के हादसे होते हैं। लेकिन न तो प्रशासन और न ही सरकार की ओर से काेई सख्ती बरती जा रही है।