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केदारनाथ यात्रा में ग्लेशियर से हो सकती हैं परेशानियां !
- -चारधाम यात्रियों को उठानी पड़ सकती है भारी परेशानियां
- चारधाम यात्रा मार्ग में न पानी, न शौचालय, न सड़क ही है सही
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
रुद्रप्रयाग, आजखबर। प्रदेश में केदारधाम की यात्रा नौ मई से शुरू हो रही। भारी बर्फबारी के चलते यात्रा में ग्लेशियर परेशानी बन गये हैं। लिनचैली से केदारनाथ धाम तक रास्ते भर ग्लेशियर नजर आ रहे हैं। ये ग्लेशियर टूटकर पैदल मार्ग पर आ रहे हैं जिस कारण बर्फ हटाने का कार्य लगातार जारी है। इससे अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। बर्फवारी के चलते केदारधाम में कार्य करने में दिक्कतें हो रही हैं, वहीं, इस वर्ष बर्फवारी से 2 करोड़ 75 लाख का नुकसान हुआ है और डीडीएमए विभाग की ओर से पुनस्र्थापना के कार्य किये जा रहे हैं।
प्रशासन के सामने चुनौतियां ज्यादा और समय कम है। पिछले वर्षों की तुलना इस वर्ष बाबा के धाम में यात्रा के समय तीर्थयात्रियों को बर्फ देखने को मिलेगी। बर्फ से अभी भी केदारधाम पूरी तरह से ढका पड़ा है, जबकि पुनर्निर्माण के लिए लाई गईं मशीनें भी बर्फ से ढकी हैं। ऐसे में निर्माण कार्य ठप पड़े हैं और निर्माणदायी संस्थाओं की ओर से बर्फ साफ करने का कार्य किया जा रहा है।
जनवरी माह से अब तक केदारधाम में बर्फवारी हो रही है। बर्फबारी के चलते गौरीकुंड से केदारधाम तक भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में विभाग के सामने भी चुनौती है कि वह यात्रा से पूर्व व्यवस्थाओं को दुरूस्त करें। बर्फवारी से जीएमवीएन की 17 हटें क्षतिग्रस्त हो गयी हैं तो स्थानीय लोगों को रोजगार देने के मकसद से बनाई गई दुकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। ग्लेशियर में काम करने में भी मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर समय डर बना रहता है कि कई ऊपरी पहाड़ी से ग्लेशियर टूटकर उनके ऊपर न आ जाय। दो करोड़ 74 लाख का नुकसान बर्फबारी और बारिश से केदारधाम सहित पैदल पड़ाव को काफी नुसान हुआ है।
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर दीवार एवं वॉयर क्रेटस क्षतिग्रस्त होने से 24 लाख 54 हजार, गौरीकुंड से रामबाड़ा तक रेलिंग्स 12 लाख 30 हजार, रामबाड़ा से केदारधाम तक रेलिंग्स 28 लाख 72 हजार, गौरीकुंड में फोल्डिंग पुलिया 14 लाख 30 हजार, रामबाड़ा गदेरा में फोल्डिंग पुलिया 19 लाख 40 हजार, केदारनाथ पैदल यात्रा पर क्षतिग्रस्त रेन शेल्टर 54 लाख 36 हजार, दुकान 12 लाख 36 हजार, शौचालय 42 लाख, एमआरपी सेंटर 17 लाख 22 हजार, डण्डी-कण्डी काउण्टर्स 9 लाख 66 हजार, केदारनाथ में हॉट बाजार 22 लाख 75 हजार और धाम के निकट पैवेलियन शैड 16 लाख 46 हजार का नुकसान हुआ है।
डीडीएमए के अधिशासी अभियंता प्रवीन करनवाल ने बताया कि पिछले माह से केदारधाम में पुनर्स्थापना एवं मरम्मत का कार्य किया जा रहा है, लेकिन बर्फबारी और ग्लेशियर कार्य में बाधा बने हुए हैं। बहरहाल, भगवान केदारनाथ की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को बर्फबारी का आनंद तो मिल जायेगा। लेकिन अव्यवस्थाओं से यात्री दो-चार हो सकते हैं। बर्फवारी के चलते केदारधाम में कार्य करने में दिक्कतें हो रही हैं, ऐसे में लगता नहीं कि यात्रा शुरू होने से पूर्व व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जायेगा।
- यात्रा मार्ग गाड़ी तो छोड़िए पैदल चलना तक संभव नहीं
वहीं चारधाम यात्रा शुरु होने में अब आधा माह भी नहीं बचा है, लेकिन चारधाम यात्रा मार्ग में मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। चमोली की जिलाधिकारी ने बदरीनाथ यात्रा मार्ग का दौरा किया तो हालत देखकर चकरा गईं। यात्रा मार्ग में न पीने के पानी की व्यवस्था थी, न शौचालय की और न ही प्रतीक्षालय में बैठने की स्थिति थी। यात्रा मार्ग पर सड़कों की हालत इतनी खराब है कि गाड़ी तो छोड़िए पैदल चलना तक संभव नहीं दिख रहा था। जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
चार धाम यात्रा उत्तराखंड का सबसे बड़ा वार्षिक आयोजन होता है। देश-दुनिया से लोग बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री दर्शन के लिए पहुंचते हैं। हर साल यह संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन यात्रियों के लिए सुविधाएं नहीं के बराबर हैं। जिलाधिकारी चमोली ने देखा कि यात्रा मार्ग पर लगे प्याऊ न सिर्फ सूखे हुए थे बल्कि उनकी टोटियां तक टूटी हुई थीं।
यात्रा मार्ग में बने प्रतीक्षालय की हालत ऐसी थी कि उसमें कोई यात्री तो नहीं रुक सकता था, वहां बकरियां और मुर्गियां पाली जा रही थीं। जिलाधिकारी के आदेश पर प्रतीक्षालय को खाली करवाया गया। बद्रीनाथ धाम में अंडरग्राउडं बिजली लाइन बिछाने का काम कर रही प्राइवेट कंपनी ने टैक्सी स्टैंड को जोड़ने वाली सड़क को बिना किसी अनुमति के खोद डाला है। हालांकि जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने दावा किया कि यात्रा शुरू होने से पहले सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह जल्द ही दोबारा दौरा करेंगी और तब उन्हें व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलनी चाहिए।