शहीद पति को पत्नी ने कहा ” जय हिन्द और लव यू विभू”
- पंचतत्व में विलीन हुए शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल
- शहीद ढ़ौडियाल के आश्रित को शैक्षिक योग्यता के अनुसार मिलेगी नौकरी :सीएम
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : मेजर तेरा ये बलिदान, याद करेगा हिंदुस्तान। भारत माता की जय। पाकिस्तान मुर्दाबाद… जैसे नारों के बीच सोमवाद देर शाम तिरंगे में लिपटे शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के पार्थिव शरीर को उनके डंगवाल मार्ग स्थित आवास पर सेना द्वारा लाया गया। पति के शव के पास बैठी पत्नी और बहनें एक टक तिरंगे में लिपटे विभूति के शव को देख ग़मगीन हो रही थी। यह देख हर किसी की आखें नम हो गई। हरिद्वार के खड़खड़ी घाट में शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
सैकड़ों की संख्या में लोग भी कॉफिन में तिरंगे से लिपटे मेजर विभूति के शव को ले जा रहे सैनिकों के पीछे-पीछे नारेबाजी करते हुए उनके घर के बाहर एकत्र हो गए। शहीद मेजर विभूति की अंतिम यात्रा मंगलवार सुबह शुरू हुई। इससे पहले सेना के अफसरों ने आवास पर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए तमाम लोग अपनी छतों पर और सड़कों पर जमा हो गए। मौसम खराब होने के बावजूद भी लोग शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान शहीद की पत्नी ने कहा जयहिंद। साथ ही पार्थिव शहीद पति के शरीर को सैल्यूट किया। अंतिम संस्कार के दौरान पहले उन्होंने अपने शहीद पति का माथा चूमा, बोला आई लव यू…जय हिंद मेरे हीरो। उन्होंने आगे कहा कि सबको पता है कि मैं आपको बहुत प्यार करती हूं। हमेशा आपकी फिक्र रहती थी। आप मुझे मेरी जान से भी प्यारे हो। आप मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश से प्यार करते थे। सबसे प्यार करते थे। आपने देश के लिए अपनी जिंदगी दे दी। उन्होंने कहा कि मैं सभी से निवेदन करती हूं कि वे सहानुभूति न रखें, बल्कि बहुत मजबूत बनें, क्योंकि यह वीर हमारे यहां खड़े किसी भी व्यक्ति की तुलना में बहुत बड़ा है।देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहूति दे दी। आप सच में हीरो हो। मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि मैं आपकी पत्नी हूं। मेरा पति वीर है। मेरा ही नहीं बल्कि पूरे देश का हीरो है। आज जा रहे हो लेकिन याद रखना आप मुझसे कभी दूर नहीं हो सकते। हमेशा मेरे साथ रहोगे। एक अमर प्रेम की तरह। जब तक मेरी सांस चलेगी, तब तक मैं सिर्फ आपको ही प्यार करूंगी। मैं सबसे प्रार्थना करती हूं कि वह इस वीर की शहादत पर सुहानूभुति न जताएं। इस नौजवान की कुर्बानी, जिम्मेदारी, देश के प्रति अहसास को समझें। यूआर माई हीरो, आई लव यू। जय हिंद। बोली आई लव यू विभू। पत्नी ने खुद शवयात्रा की अगुआई की। शहीद की पत्नी ने कहा कि जो चले गए उनसे कुछ सीखें, दुनिया में जो शहादत देते हैं, उनसे सीखना चाहिए। देश के लिए काम करने के बहुत सारे फील्ड हैं, ईमानदारी से काम करें।
इसके बाद शहीद की पत्नी, मां, दादी और बहनों ने उनके आखिरी दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। अंतिम दर्शन के समय पत्नी ने शहीद की तस्वीर को नमन किया। फिर उनके पार्थिव शरीर को चूमा, ‘आई लव यू’ कहा और एक टक देखती रही। उन्होंने खुद पति की अंतिम यात्रा की अगुआई की और कहा जो चले गए उनसे कुछ सीखें, दुनिया में जो शहादत देते हैं, उनसे सीखना चाहिए। इसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा के लिए ले जाया गया। डोईवाला क्षेत्र के भानियावाला लच्छीवाला में शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल के अंतिम दर्शनों के लिये लोगों की भीड़ उमड़ी। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिये लोग काफी देर से खड़े रहे। भारत माता की जय जय कार के साथ पाकिस्तान के खिलाफ लोगों ने गुस्से में मुर्दाबाद के नारे लगाए। जहां से अंतिम यात्रा हरिद्वार के लिए प्रस्थान हुई ।